उदयपुर के गांव में 2 घंटे तक आतंक मचाया, महिला और 2 वनकर्मी सहित 5 घायल
उदयपुर में गुरुवार शाम को एक गांव में लेपर्ड ने जमकर आतंक मचाया। तेंदुए के हमले से एक महिला व दो वनकर्मियों सहित पांच लोग घायल हो गए हैं। लेपर्ड ने इस कदर आतंक मचाया कि पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई, घबराए लोग इधर-उधर भागे। लेपर्ड को भगाने के लिए शोर मचाया तो लेपर्ड उन पर ही लपक गया। जो दो वनकर्मी पहुंचे उनके साथ पांच लोगों को घायल कर दिया।
सूचना पर पुलिस, प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी गांव में पहुंचे। उदयपुर से रेस्क्यू टीम देर शाम को पहुंची, लेकिन अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू नहीं हो पाया। ग्रामीणों के मुताबिक वनकर्मियों पर लेपर्ड ने 10 फीट दूर से छलांग माकर हमला किया था। लेपर्ड को रात करीब 10 बजे वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज किया। उदयपुर से डीएफओ अजय चित्तौड़ा ने बताया कि लेपर्ड को उदयपुर के बायोलॉजिकल पार्क के चिकित्सालय ले जाया गया है।
उदयपुर जिले के बम्बोरा से पांच किमी दूर भीण्डर ब्लॉक के सिंहाड पंचायत के बोरिया गांव में गुरुवार शाम को एक लेपर्ड आबादी क्षेत्र में घुस गया। लेपर्ड को देखकर गांव में लोग छतों पर शोर मचाने लगे और अपनी जान बचाने के लिए हाथों में बड़ी लकड़ी ले ली। लेपर्ड शाम 4.30 बजे गांव में घुसा और दो घंटे तक वहां दौड़ता रहा।
लेपर्ड ने वहां से निकलने के लिए रास्ता बनाने का प्रयास किया, लेकिन शोर मचने और लोगों को देखकर एक-एक कर पांच जनों पर हमला बोल दिया। लेपर्ड के हमले से ग्रामीण चिल्लाए तो लेपर्ड वहीं से भाग कर पास के पुराने घर में घुस गया।
ग्रामीण घायलों उदयपुर के एमबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तेंदुए के घुसने की सूचना पर भीण्डर एसडीएम पर्वत सिंह, तहसीलदार सुनीता सांखला, खेरोदा थानाधिकारी रामेंग पाटीदार व वन विभाग की टीम शाम करीब 6 बजे मौके पर पहुंची।
ऐसे करते गया एक-एक पर हमला
- सबसे पहले लेपर्ड ने गांव में की गली में घर पर बैठे भेरा पुत्र धन्ना पटेल पर हमला किया।
- लेपर्ड इधर से उधर भाग रहा था और उसने इसी बीच गांव की चंदा देवी पत्नी भीमराज पटेल और जगदीश पुत्र रूपा पटेल पर भी हमला कर दिया।
- बोरिया गांव में लेपर्ड के घुसने पर सेमलिया वननाका के वनकर्मी वनपाल भंवर सिंह व मेघराज रावत पहुंचे। वे दोनों एक मकान की दूसरी छत पर पहुंचे जहां अचानक से लेपर्ड ने उन पर भी हमला कर दिया, जिससे वे दोनों भी घायल हो गए।