डॉ. अटल बोले- ये एकतरफा कार्रवाई, पत्नी की सैलरी भी रोक रखी
उदयपुर सीएमएचओ डॉ शंकर बामणिया और डॉ. मुकेश अटल के बीच हुए विवाद के 4 दिन बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने डॉ मुकेश अटल को एपीओ कर दिया हे। विभाग के डायरेक्टर डॉ रवि प्रकाश माथुर ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया। जिसमें लिखा है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बम्बोरा के डॉ मुकेश अटल द्वारा विभाग की छवि धूमिल की गई है।
डायरेक्टर ने उन्हें एपीओ करते हुए विभाग के जयपुर में मुख्यालय में सेवा देने के निर्देश दिए हैं। वहीं, इस मामले में विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल से जांच के निर्देश देते हुए रिपोर्ट मांगी है। हालांकि कलेक्टर द्वारा यह रिपोर्ट फिलहाल एसीएस को नहीं सौंपी गई है।
एक पक्ष की बात सुनकर मुझे एपीओ किया, ये न्याय नहीं: डॉ. अटल
एपीओ किए जाने पर डॉ अटल का कहना है कि सिर्फ एक पक्ष की बात सुनकर मुझ पर यह कार्रवाई की गई है। ये मेरे साथ न्याय नहीं हुआ है। सीएमएचओ ने दुर्भावनावश 11 माह पहले भी मुझे एपीओ करवाया था। तब मैं कलेक्टर की एक मीटिंग में था।
सीएमएचओ पीछे से सीएचसी में निरीक्षण करने पहुंचे थे और वहां कमियां बताकर मुझ पर कार्रवाई करवा दी। डॉ अटल का कहना है कि सीएमएचओ ने मेरी और मेरी पत्नी डॉ. निधि यादव की बीते 10 माह से सैलरी रोकी हुई है।
ये है मामला
मामला 5 मार्च का है कि जब सीएमएचओ डॉ. शंकर बामणिया कुराबड़ सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जहां कुर्सी पर बैठने को लेकर वहां मरीज देख रहे डॉ मुकेश अटल और सीएमएचओ के बीच झगड़ा हो गया था। नौबत हाथापाई तक आ गई थी। सीएमएचओ ने डॉक्टर पर हाथ उठाते हुए कहा था कि खींच के 4 रख दूंगा तेरे।
वहीं डॉक्टर ने भी पलटते हुए जबाव दिया कि मैं भी फिर रख दूंगा। इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद दोनों ही डॉक्टर्स के रवैये पर लोगों ने सवाल उठाए। जिसके बाद सीएमएचओ ने इसकी शिकायत विभाग के डायरेक्टर कर दी थी। वहीं डॉक्टर अटल ने भी कलेक्टर को शिकायत करते हुए मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की थी।