3 को वकील मुहैया कराने के लिए आवेदन कराया, न्यायाधीश ने किया औचक निरीक्षण
राजसमंद जिला कारागृह में निरीक्षण के दौरान क्षमता से दोगुने कैदी मिले। कई कैदी ऐसे भी मिले जिन्हें अभी तक वकील तक मुहैया नहीं कराया गया था। शुक्रवार को अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव ने कारागृह पहुंच कर जेल की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया तो यह अव्यवस्थाएं सामने आईं।
वैष्णव ने कारागृह में भोजन, सफाई, आवास व सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वैष्णव ने बताया- निरीक्षण के दौरान कारागृह में कुल 127 कैदी मिले जो क्षमता से दोगुने हैं। जेल में ऐसे बंदियों की जांच की जिनके अभी तक एडवोकेट नहीं है, इसके लिए जेल में नए कैदियों से बात की तो सामने आया कि 3 कैदियों को एडवोकेट मुहैया नहीं कराए गए थे।
इसके बाद तीनों बंदियों के विधिक सहायता के लिए आवेदन कराया। हालांकि जेल में कोई भी बंदी 18 साल से कम उम्र का नहीं मिला। जेल में कैदियों के लिए तैयार किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता भी ठीक मिली।
वैष्णव ने जेल में सजायाफ्ता बंदियों की जानकारी प्राप्त की साथ ही जेल की साफ-सफाई, बंदियों के स्वास्थ्य, चिकित्सा सुविधा, भोजन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, पर्यावरण, विधिक सहायता, शिकायतों, पेरोल, संप्रेषण, पुस्तकालय, शिक्षा, कपड़ों, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, सीसीटीवी कैमरे की जानकारी प्राप्त की।
जेल में कैदियों के मनोरंजन के लिए टेलीविजन लगा हुआ मिला। सुरक्षा व निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे सही पाए गए।