पार्टी ने बयान से किनारा किया; राहुल बोले- संघ परिवार के छिपे मंसूबे बाहर आ रहे
कर्नाटक के भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने रविवार को कहा- हिंदुओं को फायदा पहुंचाने के लिए संविधान से धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाया जा सकता है। उत्तर कन्नड़ जिले में एक सार्वजनिक रैली में हेगड़े बोले- अगर यह सब बदलना है, तो सिर्फ लोकसभा में बहुमत के वोटों से नहीं होगा। हमें लोकसभा के साथ-साथ राज्यसभा में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी।
हेगड़े के बयान पर राहुल गांधी ने कहा- भाजपा का आखिरी लक्ष्य बाबासाहेब के संविधान को खत्म करना है। राहुल ने सोशल मीडिया X पर लिखा- भाजपा सांसद का बयान कि उन्हें 400 सीट संविधान बदलने के लिए चाहिए, नरेंद्र मोदी और उनके ‘संघ परिवार’ के छिपे हुए मंसूबों का सार्वजनिक ऐलान है।
उन्हें न्याय, बराबरी, नागरिक अधिकार और लोकतंत्र से नफरत है। हम आजादी के नायकों के सपनों के साथ ये षड्यंत्र सफल नहीं होने देंगे और अंतिम सांस तक संविधान से मिले लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
भाजपा ने बयान से किया किनारा, हेगड़े से जवाब मांगा
विपक्ष के हमले के बाद भाजपा ने हेगड़े के बयान से किनारा कर लिया। कर्नाटक भाजपा ने कहा, यह हेगड़े का का निजी विचार है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, भाजपा ने हमेशा संवैधानिक लोकाचार और राष्ट्रीय हित में काम किया है।
खड़गे बोले- बीजेपी भारत के लोगों पर मनुवादी मानसिकता थोपेगी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा- भाजपा सांसद का यह बयान कि उन्हें संविधान को फिर से लिखने के लिए 400 सीटों की आवश्यकता है, एक बार फिर तानाशाही थोपने के मोदी-RSS के एजेंडे को उजागर करता है। मोदी सरकार, भाजपा और आरएसएस गुप्त रूप से तानाशाही लागू करना चाहते हैं
वे भारत के लोगों पर अपनी मनुवादी मानसिकता थोपेंगे और एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकार छीन लेंगे। कोई चुनाव नहीं होगा, या ज्यादा से ज्यादा दिखावटी चुनाव होंगे।
कांग्रेस संघ परिवार के इन गलत इरादों को सफल नहीं होने देगी। न्याय, समानता और स्वतंत्रता संविधान के मजबूत स्तंभ हैं और इन सिद्धांतों में कोई भी बदलाव बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर और हमारे श्रद्धेय संस्थापकों द्वारा देखे गए भारत का अपमान होगा।