आज सुबह ही जेएमएम के सभी पदों और विधायकी से दिया था इस्तीफा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और विधायक सीता सोरेन ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में विनोद तावड़े ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। मौके पर सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड के महान सोरेन परिवार को छोड़कर मोदी जी के विशाल परिवार में शामिल हो रही हूं।
मोदी जी पर लोगों के विश्वास को देखते हुए इस परिवार में शामिल हो रहे हैं। मैंने भी झारखंड में कई संघर्ष किए। 14 साल जेएमएम में रहीं। मेरे ससुर और दिवंगत पति की अगुआई में झारखंड अलग राज्य बना। उनका सपना राज्य के विकास का था, लेकिन ये अधूरा रह गया।
आज सुबह ही उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया। सीता सोरेन हेमंत के जेल जाने के 48 दिन बाद चंपई सोरेन को CM बनाए जाने से नाराज चल रही थीं।
सीता सोरेन JMM सुप्रीम शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं। इसके अलावा वे दुमका के जामा से 3 बार की विधायक और पार्टी की केंद्रीय महासचिव भी हैं। सीता सोरेन ने शिबू सोरेन को इस्तीफा भेजा। उन्होंने लिखा- मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है। इससे दुखी हूं। मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहीं हूं।
परिवार की उपेक्षा का आरोप
सीता सोरेन ने अपने इस्तीफे में लिखा है। मैं सीता सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा की केन्द्रीय महासचिव एवं सक्रिय सदस्य वर्तमान विधायक हूं, आपके समक्ष अत्यन्त दुःखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा पेश कर रहीं हूं।
मेरे स्वर्गीय पति, दुर्गा सोरेन, जो कि झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे, के निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहें है। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमे अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायक रहा है।
मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेंगी, परन्तु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ झारखंड मुक्ति मोर्चा जिसे मेरे स्वर्गीय पति ने अपने त्याग समर्पण और नेतृत्व क्षमता के बल पर एक महान पार्टी बनाया था आज वह पार्टी नहीं रहीं मुझे यह देख कर गहरा दुःख होता है कि पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गयी है जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते।
सीता लंका से मुक्त हुई-प्रतुल शाहदेव
सीता सोरेन के इस्तीफे पर बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड में बड़ी बहू का दर्जा मां के समान होता है। सोरेन परिवार में उनका अपमान हुआ, ये देखकर पीड़ा होती है। ये अब जेएमएम का आंतरिक मामला नहीं रहा, वो सार्वजानिक जीवन में है। और जेएमएम की ओर से ट्वीट किया जा रहा है कि घर का भेदी लंका ढाए। चलिए, अच्छा है कि आपने ये तो स्वीकार कर लिया कि झारखंड में वर्तमान परिस्थितियां रावण राज वाली है। और कोई ना कोई विभीषण तो निकलेगा इस रावण राज का नाश करने के लिए। संक्षेप में कहूं तो आज सीता लंका से मुक्त हुई है।