कांग्रेस से अलग उद्धव ने 17 कैंडिडेट घोषित किए, प्रकाश अंबेडकर ने भी 8 सीटों पर प्रत्याशी उतारे
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी संकट में नजर आ रहा है। शिवसेना उद्धव गुट ने बुधवार को 17 कैंडिडेट्स का ऐलान किया। इसमें 3 सीटों पर कांग्रेस के दावेदार टिकट का इंतजार कर रहे थे।
ऐलान के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता संजय निरुपम नाराज हैं, वे मुंबई नॉर्थ-वेस्ट से लोकसभा लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें खुद राहुल गांधी ने टिकट का भरोसा दिया था।
उद्धव गुट ने यहां अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया, जिन्हें खिचड़ी घोटाले में ED ने समन भेजा है। मुंबई साउथ-सेंट्रल और सांगली सीटों पर भी कांग्रेस के नेता टिकट मिलने की उम्मीद कर रहे थे।
वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) नेता प्रकाश अंबेडकर ने भी MVA से अलग लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने बुधवार को 8 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया।
इनके अलावा स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने MVA के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है। MVA ने हातकणंगले की सीट शेट्टी को देना का प्रस्ताव दिया था।
मुंबई की सीटों पर कांग्रेस और उद्धव के बीच नहीं बन रही थी सहमति
I.N.D.I.A गुट की पार्टियां शिवसेना (उद्धव गुट) और कांग्रेस के बीच महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर कई चर्चाएं हुईं। इनमें मुंबई की 6 सीटों पर कांग्रेस और उद्धव के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी। इस सिलसिले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 22 फरवरी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बीच उद्धव को फोन किया और करीब एक घंटे बात की थी। कांग्रेस मुंबई की 3 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी।
इसमें मुंबई साउथ सेंट्रल, मुंबई नॉर्थ सेंट्रल और मुंबई नॉर्थ वेस्ट शामिल है। हालांकि, तब उद्धव ने मुंबई की 4 सीट- मुंबई साउथ, मुंबई नॉर्थ वेस्ट, मुंबई नॉर्थ ईस्ट और मुंबई साउथ सेंट्रल अपने लिए मांगी थीं।
शिवसेना (तब अविभाजित थी) ने 2019 के चुनावों में 48 में से 22 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से 18 पर जीत हासिल की, जिसमें मुंबई की तीन सीटें शामिल थीं।