पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य थे, जालंधर से टिकट तय; पंजाब के विधायक ने भी पार्टी छोड़ी
पंजाब के जालंधर से आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद सुशील रिंकू ने भाजपा जॉइन कर ली है। वे पार्टी के एकमात्र लोकसभा सदस्य थे। उनके साथ जालंधर वेस्ट से विधायक शीतल अंगुराल ने भी भाजपा जॉइन की है।
इस दौरान पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा- दिल्ली में सबसे बड़ी समस्या कूड़े के पहाड़ की है। ऐसी ही समस्या जालंधर में भी कूड़े के पहाड़ों की है। यही वादा कर रिंकू को आप में शामिल किया गया था। मगर ना तो जालंधर में ऐसा कुछ हो पाया और ना ही दिल्ली में है। जालंधर के हाल को देखते हुए आज यानी बुधवार को उन्होंने बीजेपी जॉइन की।
उन्होंने कहा- मुझे दोबारा रिंकू के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। क्योंकि मैंने कांग्रेस में भी रिंकू के साथ काम किया है।
इससे पहले शीतल अंगुराल ने बुधवार (27 मार्च) की दोपहर 3:40 मिनट पर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर आम आदमी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया। अंगुराल ने इस पोस्ट में लिखा- मैं आम आदमी पार्टी में अपनी सारी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे रहा हूं और बीजेपी जॉइन कर रहा हूं।
रिंकू बोले- बीजेपी के मंत्रियों ने मेरी बात सुनी और काम करवाए
इसके बाद सुशील कुमार रिंकू ने कहा- मैंने जालंधर में रहते हुए आप के साथ दो साल काम किया। हर मुद्दे को हल करने की कोशिश की गई। मगर आप सरकार ने मुझे ऐसा नहीं करने दिया। मैं काफी निराश हुआ। इसी क्रम में जब मैंने बीजेपी के मंत्रियों से मदद मांगी तो उन्होंने मेरी बात सुनी और शहर के काम भी करवाए।
फिर चाहे वो आदमपुर एयरपोर्ट काम हो या फिर जालंधर में बने रेलवे फाटकों का हो। सभी का काम मैंने केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर करवाया है। बीते दिन जालंधर में वंदे भारत का स्टॉप नहीं रखा गया, इसे लेकर आप सरकार से बातचीत की गई तो उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद वह खुद रेल मंत्री से मिलने पहुंचे और अगले ही दिन जालंधर में वंदे भारत का स्टॉप रख दिया गया।
केंद्र की इन्हीं नीतियों को देखते हुए मैंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा- जालंधर को बेहतर बनाने के लिए हम हर संभव कार्य करेंगे
2 साल बाद शीतल की बीजेपी में वापसी
शीतल अंगुराल 2 साल बाद बीजेपी में लौटे हैं। अंगुराल ने अपनी राजनीति की शुरुआत बीजेपी से ही की थी। जालंधर में वह बीजेपी के काफी सक्रिय नेता थे। 2 साल पहले पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भगवंत मान से मिलकर आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली थी। इसके बाद AAP के टिकट जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के सुशील रिंकू को हराकर विधायक बने।
अब दो साल बाद वह भाजपा में लौट आए हैं। अंगुराल नेशनल एससी कमीशन के चेयरमैन और भाजपा के पूर्व सांसद विजय सांपला के करीबी हैं।