1008 दीपों से हुई कीर्ति स्तम्भ की महाआरती
भगवान ऋषभदेव जन्म जयन्ती महोत्सव प्रथमेश के आयोजन की श्रृंखला में हुआ आयोजन
आचार्यश्री के 50वें दीक्षा दिवस पर बनाये गए थे 108 कीर्ति स्तम्भ
उदयपुर 01 अप्रेल । श्री मेवाड़ जैन युवा संस्थान द्वारा भगवान ऋषभदेव जन्म जयन्ती महोत्सव प्रथमेश भव्य आयोजन के अन्तर्गत रविवार शाम शहर के आर.के.सर्कल स्थित आचार्यश्री विद्यासागर कीर्ति स्तम्भ पर एक आस्था का दीप, सन्त शिरोमणि के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया । 1008 दीपों से कीर्ति स्तम्भ की महाआरती का आयोजन किया गया । संस्थान के संरक्षक पारस जैन सिंघवी ने बताया कि सायंकालीन 6 बजे करीब एक हज़ार समाजजन कीर्ति स्तम्भ पर उपस्थित हुए, सभी ने अपने हाथों में एक दीपक लेकर आचार्यश्री की आरती एवं विनयांजली प्रेषित की ।
अध्यक्ष निर्मल कुमार मालवी ने बताया कि कार्यक्रम संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के अनंत उपकार स्मरण स्वरूप उनको यह कार्यक्रम समर्पित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आर के ग्रुप के विमल पाटनी सपरिवार सम्मिलित हुए एवं आचार्यश्री की आराधना की । महामंत्री डॉ. राजेश जैन ने बताया कि कार्यक्रम के संयोजक सुरेश पाटनी, अनुपम लुहाडिय़ा, राहुल बाकलीवाल साहिल खण्डेलवाल नवयुवक मण्डल चित्रकूट नगर के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यगण थे । पुरे सर्कल को आचार्यश्री के छायाचित्रों से सजाया गया, आकर्षक रोशनी भी की गयी ।
आचार्यश्री के 50वें दीक्षा दिवस पर बनाये गए थे 108 कीर्ति स्तम्भ
संस्थान के प्रवक्ता विप्लव कुमार जैन ने बताया कि वर्ष 2017 में आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के 50वें दीक्षा दिवस देश-विदेश में “संयम स्वर्ण महोत्सव” के रूप में मनाया गया, जो बुधवार, 28 जून 2017 से आरंभ हुआ था, जिसका समापन जून 2018 में हुआ था । इस एक वर्ष के अंतराल में पूरे भारत वर्ष में 108 कीर्ति स्तम्भ बनाए गए । जिसमें से 5 कीर्ति स्तम्भ बनाने का सौभाग्य उदयपुर को प्राप्त हुआ था । उदयपुर में नेमिनाथ कॉलोनी सेक्टर 3, आर.के.सर्कल, चित्रकूट नगर, देबारी एवं साकरोदा में श्री विद्यासागर कीर्ति स्तंभ की रचना की गई ।