कान पकड़ कर जोर से खींचे, फिर ताबड़तोड़ बरसाए घूंसे; जबड़े में था कंधा
खेत पर जा रहे युवक पर लेपर्ड ने हमला कर दिया। यह देख साथ में चल रहा बेटा लेपर्ड पर कूद पड़ा। उसने लेपर्ड के कान पकड़ लिए और घूंसे बरसाना शुरू कर दिया। लेपर्ड सहम गया और दोनों को छोड़ भागा। कुछ सेकेंड बाद फिर आया तो बेटे ने शोर मचाकर डंडे से उसे भगा दिया और अपने पिता को संभाला।
मामला उदयपुर के फलासिया थाना क्षेत्र के उमरिया गांव में मंगलवार सुबह 6 बजे का है। घायल पिता को फलासिया सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल रेफर किया गया। वहीं, बेटे को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
लेपर्ड पर टूट पड़ा बेटा
मादला पंचायत के सरपंच कन्हैयालाल अहारी ने बताया- सुबह करीब 6 बजे उमरिया गांव निवासी हकरा (45) और उनका बेटा दिनेश (25), दोनों घर से खेत पर जाने के लिए निकले थे। तभी पहाड़ियों के पास रास्ते में लेपर्ड ने अचानक हकरा पर हमला कर दिया। लेपर्ड ने उनके कंधे को जबड़े में जकड़ते हुए जमीन पर गिरा दिया। दिनेश उन्हें बचाने के लिए लेपर्ड पर टूट पड़ा। दिनेश ने लेपर्ड के पीछे से दोनों कान जोर से खींचकर उसे बुरी तरह झकझोर दिया। फिर उस पर लगातार तीन से चार घूंसे मारे। लेपर्ड हकरा को छोड़ भागा।
2 घंटे बाद किया ट्रेंकुलाइज
फलासिया रेंजर दिलीप कुमार गुर्जर ने बताया- घटना के बाद लेपर्ड जंगल और पहाड़ियों में जाकर छिप गया था। उदयपुर से शूटर डीपी शर्मा और वनपाल जितेंद्र सिंह को बुलाया गया। करीब 2 घंटे चले ऑपरेशन के बाद लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज किया गया।
फलासिया रेंजर ने बताया- लेपर्ड चट्टानों के बीच एक गुफा में घुस गया था। उसे देखने के लिए आसपास पहाड़ी पर बड़ी संख्या में ग्रामीण खड़े हुए थे। उनके शोर मचाने पर लेपर्ड गुफा से बाहर निकला और फिर पहाड़ियों के बीच छिपता रहा। इस बीच, उसे कई बार ट्रेंकुलाइज करने की कोशिश की, लेकिन वह बच निकला। जब वह एक मगरी में छिपकर बैठा था, तभी उसे ट्रेंकुलाइज किया गया। बेहोशी की हालत में लेपर्ड को उदयपुर बायोलॉजिकल पार्क भेजा गया, जहां उसका इलाज होगा। उसके बाद उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ा जाएगा। लेपर्ड नर है। उम्र करीब 8 साल है।