ई-पेपर

“आज आदिनाथ जयंती है, चैत बदी नवमी घर घर धूम ये मचती है”


  • एक शाम आचार्य विद्यासागर के नाम का भक्ति संध्या के साथ प्रथमेश 2024 का समापन
  • सेवाएं देने वाले संस्थान के कार्यकर्ताओं का किया सम्मान

उदयपुर 4 अप्रेल। प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जन्म जयन्ती महोत्सव प्रथमेश 2024 के अन्तर्गत एक शाम आचार्यश्री विद्यासागर के नाम भव्य भक्ति संध्याआयोजन नगर निगम प्रांगण में हुआ संस्थान संरक्षक पारस सिंघवी ने बताया कि कुचामन सिटी के प्रख्यात भजन कलाकार अजीत जैन ने आज आदिनाथ जयंती है, चैत बदी नवमी घर घर धूम ये मचती है…. मेरी झोपडी के भाग आज जग आए है, प्रभु आए है, सोने हीरे से मैं पलना सजाऊंगी, तीनों लोक के भगवान को झुलाऊंगी, चांद तारे भी जमी पर उतर आए है, प्रभु आए है…. आदि भजनों पर अपनी स्वर लहरियां बिखेरते हुए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया भगवान ऋषभदेव एवं आचार्यश्री विद्यासागर पर एक से एक प्रसिद्द भजनों की प्रस्तुति दी जैन समाज के कई महिला संगठनों के द्वारा सुन्दर नृत्य प्रस्तुति भी दी गयी संस्थान के सभी सदस्यों ने नाचते हुए झूमते हुए कार्यक्रम का आनंद लिया हज़ारों की संख्या में उपस्थित भक्तजन भी भजनों पर झूमते नजर आए।

अध्यक्ष निर्मल कुमार मालवी ने बताया कि कार्यक्रम के समारोह गौरव एवं प्रायोजक पुष्पेन्द्र जैन पेरागोन मोबाइल थे, नारी गौरव प्रीति सोगानी विट्टी इन्टरनेशनल, समारोह अतिथि पुष्कर एवं समारोह के विशिष्ठ अतिथि कान्तिलाल, सीए अरुण एवं आशीष रत्नावत एवं अनिल नाहर थे।

संस्थान ने कार्यक्रम संयोजकों का किया सम्मान
कार्यध्यक्ष शान्तिलाल गांगावत ने बताया कि प्रथमेश 2024 के कार्यक्रम के संयोजकों का बहुमान संस्थान की और से किया गया जिसमें शोभायात्रा संयोजक – राजेश गदावत, विक्रम देवड़ा, रवीश मुण्डलिया, विजय गदावत, भूपेंद्र मुंडफोडा एवं कैलाश चित्तौड़ा। वाहन रैली संयोजक में मनोज गदिया एवं रितेश सापडिया। स्वामी वात्सल्य संयोजक मेें पारस सिंघवी, पारस कुणावत, अनिल चित्तौड़ा, हेमेंद्र दमावत, दिनेश वजुवावत, विमल नाथुत एवं अशोक अदवासिया। झांकी संयोजिका में अंजना गंगवाल, मंजू गदावत, लीला कुरडिय़ा, मधु चित्तौड़ा एवं विद्या जावरिया।

भक्ति संध्या संयोजक में मंत्री गौरव गनोडिया, जिनेन्द्र वाणावत, राजेन्द्र चित्तौड़ा एवं प्रीतेश जैन। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम संयोजक में अरुण लुणदिया, सम्राट जैन शास्त्री, अंकित जैन शास्त्री, मनोज चम्पावत एवं गीतेश दामावत। आस्था का दीप कार्यक्रम संयोजक में सुरेश पाटनी, अनुपम लुहाडिय़ा एवं राहुल बाकलीवाल को उपरना एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया।

प्रथमेश 2025 होगा चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शान्तिसागर महाराज को समर्पित-
महामंत्री डॉ. राजेश जैन देवड़ा में बताया कि संस्थान अगले वर्ष प्रथमेश 2025 का कार्यक्रम चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शान्तिसागर महाराज को समर्पित होगा क्योंकि इस वर्ष अक्टूबर में आचार्य शांतिसागर महाराज के आचार्य पद प्रतिष्ठापना का शताब्दी महोत्सव है, इसलिए तह कार्यक्रम चारित्र चक्रवर्ती आचार्य शान्तिसागर महाराज को समर्पित होगा।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Need Help?