इतने अनुभवी सीएम ने भरे मंच पर ऐसा किया, शर्मिंदगी हुई; अटल-आडवाणी वाली बीजेपी अलग थी
नवादा में रविवार को पीएम मोदी की चुनावी सभा हुई। जिसमें सीएम नीतीश समेत एनडीए के कई बड़े नेता भी शामिल हुए। तेजस्वी यादव ने इस रैली का एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में पीएम मोदी, सीएम नीतीश समेत कई नेता मंच पर दिख रहे हैं।
इस दौरान सीएम नीतीश पीएम मोदी का अभिवादन करते दिख रहे हैं। तेजस्वी ने वीडियो शेयर कर कहा है कि सीएम नीतीश पीएम मोदी के पैर छू रहे हैं। इतने बुजुर्ग और अनुभवी सीएम होकर नीतीश कुमार ने जो भरे मंच पर किया, उससे हम शर्मिंदा हैं।
तेजस्वी ने आगे कहा कि यह देखकर हमें शर्म महसूस हो रही है। क्या हालात हो गए हैं। इसलिए मैं कहता हूं कि अटल और आडवाणी की बीजेपी अलग थी। बगहा में चुनावी सभा में शामिल होकर तेजस्वी पटना लौटे थे, और एयरपोर्ट पर ये बातें कहीं।
इधर, जदयू ने बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे वापस लेने को कहा है। पार्टी का कहना है कि तेजस्वी को सम्मान की व्यावहारिकता का ज्ञान नहीं है।
तेजस्वी को व्यावहारिक रूप से सम्मानित होने का अनुभव नहीं-जेडीयू
तेजस्वी के इस बयान पर जेडीयू ने पलटवार करते हुए तेजस्वी से तत्काल प्रभाव से अपने शब्द वापस लेने की मांग की। जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने दावा किया कि तेजस्वी जंगल राज की पार्टी से हैं, जो अराजकतावादियों से भरी हुई है।
रंजन ने कहा कि तेजस्वी को व्यावहारिक रूप से सम्मानित होने का अनुभव नहीं है, इसलिए वे सम्मान देने में कम कुशल हैं।
दरअसल,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नवादा की चुनावी रैली को संबोधित किया था। जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। इस चुनावी सभा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, इसमें नीतीश को पीएम मोदी के सार्वजनिक संबोधन के बाद मंच पर उनके बगल में बैठने से ठीक पहले उनका अभिवादन करते देखा गया था।
तेजस्वी ने आगे कहा कि लंबे समय से नीतीश जी मुख्यमंत्री बने हुए हैं। इतना अनुभवी नेता देश में और कोई नहीं है। मोदी जी तो गुजरात में जब भूकंप आया था, तब सीएम बने थे। लेकिन नीतीश कुमार उससे पहले न केवल बिहार के मुख्यमंत्री बन चुके थे बल्कि वे कई बार केन्द्रीय मंत्री भी रह चुके थे।
यह वही नीतीश कुमार हैं जो मोदी जी की थाली खींचने से भी नहीं घबराते थे। तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी जी ने बिहार में आई भीषण बाढ़ के लिए धनराशि भेजी थी, जिसे नीतीश कुमार ने गुजरात को वापस लौटा दिया था। लेकिन आज मुख्यमंत्री जी को मोदी जी के पैर तक छूने पड़ रहे हैं।