6किमी पैदल चलकर और 900 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचते है श्रद्धालु
राजसमंद में नवरात्रि के तहत शक्ति पीठों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है। इस क्रम में देवगढ़ मदारिया के पास अरावली की पहाड़ियों पर स्थित शक्ति की आराध्य देवी सेंडमाता के दरबार में चैत्र नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर खुशहाली की कामना कर रहे है।
अरावली पर्वत माला की तीसरी सबसे बड़ी चोटी पर बना सेंडमाता का मंदिर मेवाड़-मारवाड़, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित संपूर्ण राजस्थान क्षेत्र के भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है। प्रसिद्ध शक्तिपीठ तीर्थस्थल आस्थाधाम पर नवरात्रि में 9 दिन तक विधि-विधान से माता की पूजा अर्चना सहित धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है।
सेंडमाता के भक्त देवी मां की आराधना कर अपने घर परिवार में खुशहाली की कामना करते हैं। नवरात्रि में राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात सहित अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सेंडमाता के मंदिर पहुंचते हैं। सेंडमाता मंदिर के लिए भीम से वाया ताल लसानी कस्बे से और देवगढ़ से वाया मदारिया सड़क मार्ग से करीब 6 किलोमीटर की दूरी तक पैदल चलकर करीब 900 सीढ़ियां चढ़कर श्रद्धालु मंदिर पहुंचते है।