156 लोग घर पर नहीं मिले, अब टीम एक बार और जाएगी।
राजस्थान में लोकसभा के पहले चरण के चुनाव में जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण के लिए 19 अप्रैल को ईवीएम पर वोट डाले जाएंगे। लेकिन इससे पहले बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता, जिन्होंने होम वोटिंग का विकल्प चुना है, उनकी वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब तक करीब 96 फीसदी रजिस्टर्ड मतदाता वोट कर चुके है, जबकि करीब 0.82 फीसदी मतदाता ऐसे है, जिनकी वोटिंग तारीख से पहले मौत हो गई है।
होम वोटिंग का विकल्प चुनने वाले 63 वोटर्स की हो गई मौत
जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण दोनों सीटों पर कुल 7 हजार 601 रजिस्टर्ड वोटर में से 63 वोटर्स ऐसे है, जिनकी वोटिंग से पहले ही मौत हो गई। इसमें जयपुर शहर के 33 वोटर्स, जबकि जयपुर ग्रामीण के 30 वोटर थे।
16 अप्रैल तक चलेगी होम वोटिंग की प्रक्रिया
होम वोटिंग की प्रक्रिया 5 अप्रैल से शुरू की गई है। जयपुर शहर की 8 विधानसभा सीटों पर होम वोटिंग के लिए 194 टीमें रवाना की गई। ये टीमें पहले चरण में एक बार सभी वोटर्स के घर जा चुकी है। अब टीमें दूसरे चरण में एक बार फिर उन वोटर्स के घर जाएगी, जो पहले चरण के दौरान घर पर नहीं मिले थे। जयपुर शहर और ग्रामीण सीट पर इस तरह के 256 वोटर्स हैं, जिनके घर टीम एक बार वापस जाएगी।
जयपुर जिला निर्वाचन विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार तो जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण सीट पर कुल रजिस्टर्ड 7 हजार 601 वोटर में से 7 हजार 282 वोटर ने घर बैठे पोस्टल बैलट के जरिए वोट किया है। इन दोनों सीटों में 16 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें बानसूर ऐसी विधानसभा है, जहां 100 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। बानसूर में 159 वोटर्स ने होम वोटिंग का विकल्प चुना था और सभी वोटर्स अपना वोट दे चुके हैं।
वहीं सबसे कम 92.97 फीसदी वोटिंग विद्याधर नगर विधानसभा एरिया में हुई है। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 384 वोटर्स ने होम वोटिंग के लिए आवेदन किया था। इनमें से अब तक 357 वोटर्स ने वोट दिया है, जबकि 26 वोटर्स घर पर नहीं मिले थे। एक वोटर की मौत हो चुकी है।