राम नवमी पर 1 लाख 1 मठड़ी का होगा वितरण, महाप्रसाद की यात्रा शुरू हुई
रामनवमी के अवसर पर श्रीजी प्रभु के मठड़ी “खाजा” प्रसाद का वितरण किया जाएगा। वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथजी मंदिर नाथद्वारा से आज श्रीजी प्रभु के महाप्रसाद मठड़ी खाजा के कंटेनर को मंदिर के मोती महल चैक से तिलकायत पुत्र विशाल बावा ने हरि झंडी दिखाकर अयोध्या के लिए रवाना किया।
श्रीजी प्रभु के नाथद्वारा पधारने के 351 साल बाद यह पहला अवसर है जब नंदलला से रामलला तक महाप्रसाद की महायात्रा हो रही है। इस यात्रा के रवाना होने पर श्रीनाथ जी मंदिर के अधिकारी सहित सेवकों में विशेष उत्साह देखा गया।
श्रीजी प्रभु के तिलकायत पुत्र विशाल बावा ने बताया कि तिलकायत राकेश महाराज के निर्देश पर नंदलला से रामलला के द्वारा तक महाप्रसाद की यात्रा शुरू की गई है। यात्रा के मार्ग में आने वाले श्रद्धालुओं को भी महा प्रसाद वितरित किया जाएगा, पुष्टिमार्ग में श्री कृष्ण और श्री राम को एक ही स्वरूप माना है जिसमें लेशमात्र भी संशय नहीं है।
केसरी गणगौर के अवसर तीन कंटेनर में श्रीजी प्रभु का प्रसिद्ध मठड़ी खाजा प्रसाद को पैकिंग कर नाथद्वारा से अयोध्या की यात्रा पर निकले हैं। इस यात्रा में श्रीजी प्रभु के सेवक भी वाहनों में साथ-साथ चलेंगे व मार्ग के प्रमुख पड़ाव भीलवाड़ा, जयपुर, मथुरा, जतीपुरा, लखनऊ होंगे जहां पर भी वैष्णव जन को श्रीजी प्रभु का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
इन्हीं भावना से तिलकायत की प्रेरणा से रामनवमी के शुभ अवसर पर पहली बार श्रीजी प्रभु का महाप्रसाद, एक लाख एक मठड़ी के महा प्रसाद के रूप में यात्रा रवाना हुई है। इस अवसर पर श्रीनाथजी मंदिर के अधिकारी सुधाकर उपाध्याय, मंदिर के मुख्य प्रशासक भारत भूषण व्यास, तिलकायत के मुख्य सलाहकार अंजन शाह, मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य, मंदिर मंडल के सदस्य समीर चौधरी, सुरेश संघवी, संपदा अधिकारी ऋषि पांडे, तिलकायत के सचिव लीलाधर पुरोहित, मंदिर के पंड्याजी परेश नागर, समाधानी उमंग मेहता, प्रकाश काबरा पीआरओ गिरीश व्यास, जमादार हर्ष सनाढ्य, कैलाश पालीवाल उपस्थित रहे।