भाजपा का आरोप- आदिवासियों को भटकाने का काम कर रहे, करप्शन को बढ़ाया
उदयपुर लोकसभा सीट को लेकर शुक्रवार को मतदान होना है। इस बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी तेज हो गई है। भाजपा के नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद मीणा को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने कलेक्टर रहते हुए एजेंट के रूप में काम किया।
भाजपा के लोकसभा संयोजक प्रमोद सामर, उदयपुर जिला अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली और शहर विधायक ताराचंद जैन ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया। सामर ने कहा कि ताराचंद मीणा ने स्वयं स्वीकार किया कि उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम किया था। भाजपा स्पष्ट रूप से चुनौती के साथ कहती है कि ताराचंद मीणा ने करप्शन को बढ़ावा दिया है। जनता के धन का अपव्यय किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी तथाकथित ताकतों के साथ खड़े
सामर ने कहा कि उदयपुर में टूरिज्म के नाम पर विकास में कम रूचि ली और घूमते रहे। मीणा ने कांग्रेस को बताया राम का पुजारी और भाजपा को बताया राम का व्यापारी, देश जानता है कि राम मंदिर को लेकर भाजपा की क्या भूमिका रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी मीणा तथाकथित ताकतों के साथ खड़े है जो उदयपुर संभाग में धर्मांतरण के लिए काम कर रही है। मीणा उनके परिसर में जाकर वोट मांग रहे है। मीणा यहां स्थानीय आदिवासियों को भटकाने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि उदयपुर जिले में भूदान की जमीनें ओने-पौने दामों में खुर्दबुर्द करने के काम में भी अंतिम हस्ताक्षर मीणा के हाथों से ही हुआ।
ताराचंद मीणा बोले-आधारहीन आरोपों का कोई औचित्य नहीं
कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद मीणा ने कहा कि भाजपा नेताओं की आधारहीन और बेबुनियाद बातों का कोई औचित्य नहीं है। ये लोग अब घटिया हरकतें कर रहे हैं। हकीकत ये है कि भाजपा को चुनाव परिणाम क्या रहेगा इसका आभास हो गया है इसलिए उनके नेता बौखलाहट में ये बयान दे रहे है।
कलेक्टर रहते हुए कांग्रेस के हितों को प्राथमिकता दी
शहर जिलाध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी मीणा टिकट लेने के आकांक्षी थे इसलिए उन्होंने जनता के हितों को दरकिनार कर कांग्रेस के हितों को कलेक्टर रहते हुए ज्यादा प्राथमिकता दी थी। उन्होंने पद पर रहते हुए झील, पहाड़ और नदियों को बर्बाद करने में कोई कमी-कसर नहीं छोड़ी। उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला था ।