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उदयपुर में फर्जी मतदान, टेंडर वोटिंग डलवाया


राज्यपाल कटारिया ने कहा- मतदान में शामिल होना हमारी जिम्मेदारी, नाव से मतदान करने पहुंचे ग्रामीण

उदयपुर लोकसभा सीट पर सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हो चुकी है। यहां पहली बार 65,723 मतदाता पहली बार वोट करेंगे। कुल मतदाताओं की संख्यर 22 लाख,30 हजार 971 हैं। इस सीट पर दो अफसरों के बीच मुकाबला है। कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद मीणा पहले कलेक्टर रहे है। वहीं भाजपा उम्मीदवार परिवहन विभाग में अतिरिक्त आयुक्त रहे मन्नालाल रावत है। उदयपुर लोकसभा सीट में आठ विधानसभा आती है जिसमें छह उदयपुर की, एक डूंगरपुर की आसपुर तो एक प्रतापगढ़ की ध​रियावद​ विधानसभा शामिल है। उदयपुर में 11 बजे तक 27.46 % मतदान हुआ है।

उदयपुर में फर्जी मतदान के बाद बूथ पर मौजूद अधिकारियों ने युवक से टेंडर डलवाया। वहीं असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा- वोट करना मेहरबानी नहीं बल्कि हमारा कर्तव्य है। मतदान को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह नजर आ रहा है। वविवाहित जोड़ा यहां फेरे लेने के बाद मतदान करने पहुंचा तो वहीं सराड़ा क्षेत्र के लोग नदी पार करते हुए नाव से वोट देने आए।

प्रवासियों ने थाली की थाप पर निकाली वोटिंग बारात

उदयपुर जिले की गोगुंदा विधानसभा के पदराडा बूथ पर मतदान के लिए सूरत से आए प्रवासी मतदाताओं ने मांदल व थाली की थाप पर डांस किया और वोट देने निकले। प्रवासी रतन मेवाड़ा ने बताया- पदराड़ा गांव के ज्यादातर परिवार गुजरात व महाराष्ट्र में व्यवसाय करते हैं, इसलिए सभी वहीं बस गए हैं। इस बार विशेष आग्रह पर बरसों बाद मतदान के लिए वे गांव आए हैं। उन्होंने बताया कि जैन बाहुल्य इस गांव में बाफना व परमार परिवार के मतदाताओं की अधिकता है। इस वोटिंग बारात में 300 से ज्यादा लोग मौजूद रहे।

उदयपुर के हाउसिंग बोर्ड मतदान केंद्र पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया परिवार सहित मतदान करने पहुंचे। उन्होंने कहा- लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार मतदान है।

उसके निर्णय से ही सरकार बनती और बिगड़ती है। इसलिए शत प्रतिशत मतदान करना चाहिए। देश निर्माण को समझकर करना चाहिए। नेताओं, राजनीतिक पार्टियों और उनकी नीतियों को समझ कर मतदान करना चाहिए। देश में भ्रष्टाचार कैसे समाप्त हो, इसको ध्यान में रखकर करना चाहिए। सरकार की सोच क्या है सरकार देश बनाना क्या चाहती है इन बातों पर विचार करके मतदान करना चाहिए।

अगर कोई ये समझता है कि मैं लोकतंत्र पर मेहरबानी करने जा रहा हूं। ऐसा नहीं है। देश निर्माण में ये तुम्हारी मेहरबानी नहीं, ये तुम्हारी ड्यूटी है। जिसे हमें निभानी चाहिए।

उदयपुर के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पदराड़ा में कमलेश पुत्र हीरा लाल दर्जी का वोट कोई और डाल गया।

कमलेश उदयपुर रहता है, उसने बताया- उपसरपंच रतन मेवाड़ा ने कॉल कर वोट डालने के लिए बुलाया था। जब वो वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचा तो वहां पता चला कि उनका वोट कोई व्यक्ति पहले ही डाल कर जा चुका था। कमलेश दर्जी ने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए उसका वोट डलवाने की मांग की। साथ ही फर्जी वोटिंग की शिकायत रिटर्निंग अधिकारी डॉ. नरेश सोनी से की। डॉ. सोनी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद कमलेश का टेंडर वोट डलवाया गया।


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