यौन शोषण की विक्टिम के अपहरण का मामला; आज खत्म हो रही रेवन्ना की रिमांड
कर्नाटक सेक्स स्कैंडल की विक्टिम के अपहरण के आरोपी और पूर्व पीम एचडी देवगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना की जमानत याचिका पर आज सुनवाई होगी। मंगलवार को स्पेशल कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई को बुधवार के लिए टाल दिया था। वहीं, मंगलवार शाम रेवन्ना की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बैचेनी की शिकायत की थी। डॉक्टरों ने उनका चेकअप किया और रिपोर्ट्स नॉर्मल आने पर उन्हें SIT अधिकारियों के साथ वापस SIT हेडक्वॉटर्र भेज दिया।
रेवन्ना को SIT ने 3 मई को विक्टिम के बेटे की शिकायत पर गिरफ्तार किया था। उनकी रिमांड आज खत्म हो रही है। मंगलवार की सुनवाई में कोर्ट ने रेवन्ना के वकील से पूछा था कि हम जमानत याचिका पर सुनवाई कैसे कर सकते हैं, जब रेवन्ना को 8 मई तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।कोर्ट ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के वकील को निर्देश दिया कि वे इस केस में अपनी आपत्ति दाखिल करें, कि आरोपी के पुलिस कस्टडी में होने पर जमानत याचिका पर सुनवाई की जा सकती है या नहीं।
SIT के सामने पेश होने की प्रज्वल की डेडलाइन खत्म
वहीं, सेक्स स्कैंडल मामले में घिरे एचडी रेवन्ना के बेटे और देवगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना ने SIT के सामने पेश होने के लिए सात दिन का समय मांगा था, जो मंगलवार को खत्म हो गया है। हालांकि, अब तक उनके देश लौटने को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। 26 अप्रैल को दूसरे फेज की वोटिंग होने के बाद प्रज्वल जर्मनी के लिए रवाना हो गए थे। 1 मई को उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा था- मैं जांच में शामिल होने के लिए बेंगलुरु में नहीं हूं, इसलिए मैंने अपने वकील के जरिए CID बेंगलुरु को बता दिया है। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी।
कुमारस्वामी बोले- राज्य सरकार ने प्रज्वल के वीडियो वाले 25 हजार पेन ड्राइव बंटवाईं
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने राज्य सरकार पर उनके भतीजे और हासन सीट से लोकसभा उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के वीडियो वाली पेन ड्राइव बांटने का आरोप लगाया है। कुमारस्वामी ने कहा कि चुनाव से कुछ समय पहले 25 हजार पेन ड्राइव बांटी गई थीं, जिसमें प्रज्वल के महिलाओं के साथ जबरदस्ती करने वाले वीडियो थे। कुमारस्वामी ने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम शिवकुमार ने साजिश के तहत इन पेन ड्राइव को बांटा है। राज्य सरकार ने 21 अप्रैल को पुलिस को डरा-धमकाकर बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या और हसन में ये पेन ड्राइव सर्कुलेट कराए।