जंतर मंतर पर शाम को आकाश दर्शन करवाया जाएगा, यंत्रों के बारे में बताएंगे ज्योतिष
जयपुर समेत प्रदेश के सभी म्यूजियम में आज टूरिस्ट को फ्री एंट्री दी जा रही है। देशी और विदेशी मेहमानों का माला पहनाकर तिलक लगाकर राजस्थानी परंपरा से स्वागत भी किया जा रहा है। दरअसल, आज इंटरनेशनल वर्ल्ड म्यूजिक डे के मौके पर खास कार्यक्रम रखे गए हैं। प्रमुख पर्यटक स्थलों पर राजस्थानी लोक कलाकारों द्वारा विशेष प्रस्तुति भी दी जाएगी। जयपुर के आमेर महल, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, जंतर-मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट में फ्री एंट्री है। इसके साथ सुबह से ही पर्यटकों का स्वागत-सत्कार किया जाएगा। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में ‘क्रूसेडर्स फॉर कल्चर’ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जंतर-मंतर में ज्योतिषविदों की ओर से जंतर-मंतर के यंत्रों के बारे में जानकारी दी जाएगी। जबकि शाम 7 बजे आकाश दर्शन कराया जाएगा।
आमेर महल में खास प्रदर्शनी लगाई गई
आमेर महल अधीक्षक राकेश छोलक ने बताया- अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर आज आमेर महल पर्यटकों के लिए पूरी तरह फ्री एंट्री रखी गई है। आज सुबह 8 से शाम 7 बजे तक पर्यटक फ्री में महल देख सकते हैं। इस दौरान महल प्रशासन पर्यटकों का तिलक लगाकर और माला पहनाकर पारंपरिक रूप से स्वागत कर रहा है। इसके साथ ही आमेर महल में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग और बुनकर सेवा केंद्र जयपुर ने एक प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इसमें जूट, बांस, रेमी, ऑप्टिकल फाइबर, रिसाइकिल प्लास्टिक से बने बैग, पॉट, फोल्डर, झूमर, फर्नीचर जैसी कुर्सी, मेज, बेड, अन्य उत्पादों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य हथकरघा उत्पादों को आगे बढ़ाना है। यह प्रदर्शनी 24 मई तक सुबह 10 बजे से 6:30 बजे तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी।
हवामहल पर कार्यक्रम लोक कलाकार प्रस्तुति दे रहे
हवा महल अधीक्षक सरोज चंचलानी ने बताया- आज म्यूजियम डे के मौके पर एंट्री पर पर्यटकों के लिए रंगोली बनाई गई है। इसके साथ ही पर्यटकों का तिलक लगाकर स्वागत किया जा रहा है। आज यहां लोक कलाकार लोकगीतों की प्रस्तुति दे रहे हैं। इसके साथ ही पर्यटकों के लिए कच्छी-घोड़ी नृत्य की विशेष प्रस्तुति होगी। इस दौरान पर्यटकों को धरोहर की स्वच्छता और सुरक्षा हेतु जागरूक किया जाएगा।
1977 में हुई थी इस दिन की शुरुआत
बता दें कि सबसे पहले इंटरनेशनल कौंसिल ऑफ म्यूजियम ने 1977 में म्यूजियम डे मनाने की शुरुआत की थी। इसका मूल उद्देश्य संस्कृति और इतिहास के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1983 में इस विषय पर एक प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद से ही हर साल 18 मई के दिन अंतरराष्ट्रीय म्यूजियम डे मनाया जाता है। 1992 में अंतरराष्ट्रीय म्यूजियम परिषद के निर्णय के मुताबिक इस हर साल एक थीम के साथ मनाने की शुरूआत हुई थी। इस साल की थीम शिक्षा और अनुसंधान के लिए संग्रहालय है।
अल्बर्ट हॉल में भी अलग-अलग कार्यक्रम होंगे
जयपुर के अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में ‘क्रूसेडर्स फॉर कल्चर’ विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन पुरातत्व और संग्रहालय विभाग, कला एवं संस्कृति विभाग, द्रोण फाउंडेशन और जयपुर विरासत फाउंडेशन के सहयोग से किया जाएगा। इसमें राजस्थानी लोक कलाकारों की परफॉर्मेंस के साथ ही पर्यटन के महत्व को समझाया जाएगा। अल्बर्ट हॉल पर्यटक सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक फ्री विकसित कर सकते हैं।