दिल्ली में एजेंट से बनवाई थी फर्जी मार्कशीट, वेरिफिकेशन में सामने आया फर्जीवाड़ा
फर्जी मार्कशीट से भारतीय डाक विभाग में डाकपाल पद पर फर्जी तरीके से नियुक्ति पाने वाले दो आरोपी युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान दिल्ली से एजेंट के जरिए मार्कशीट तैयार करवाई थी। इसके बाद भारतीय डाक विभाग की ओर से की गई डाकपाल पद भर्ती में आवेदन कर नियुक्ति प्राप्त कर ली। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे जांच जारी है। हाथीपोल थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि आरोपी दिनेश चन्द्र बैरवा पिता राम स्वरूप निवासी सपोटरा जिला करौली और लखन मीणा पिता कमलेश मीणा किशोरपुरा जिला करौली को गिरफ्तार किया गया है।
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान पकड़ा था फर्जीवाड़ा
थानाधिकारी ने बताया कि उदयपुर मंडल प्रवर अधीक्षक किशोर कुमार बुनकर की हस्ताक्षरशुदा रिपोर्ट प्रार्थी ताजसिंह पुत्र नाहर सिंह निवासी नागौर हाल निरीक्षक डाकघर चेतक सर्कल ने थाने में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया कि भारतीय डाक विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति 2 मई 2022 की पालना में उदयपुर मंडल में रिक्त डाकपाल के पदों पर भर्ती की गई थी, जिसमें चयनित 2 अभ्यर्थियों ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अपनी मार्कशीट प्रस्तुत की। जांच में मार्कशीट संदिग्ध पाई गई, जिन्हें जांच के लिए संबंधित बोर्ड को भेजा गया। इसके बाद बोर्ड की ओर से पता लगा कि दोनों युवकों की मार्कशीट बोर्ड से जारी नहीं की गई। ऐसे में ये मार्कशीट फर्जी पाई गई। अभ्यर्थियों ने फर्जी तरीके से डाकपाल के पद पर नियुक्ति पाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। एसपी योगेश गोयल के निर्देशन में टीम गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू की। जिसके बाद दोनों आरोपियों की तलाश करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया।