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बाड़मेर-जैसलमेर में ‘गर्मी का कर्फ्यू’


सुबह 7 बजे से आग उगलने लगता है सूरज, इतनी गर्मी कि थर्मामीटर भी नहीं नाप पाता

भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बसे बाड़मेर और जैसलमेर। दुनिया के ‘गर्मी के नक्शे’ पर ये नाम इन दिनों सबसे ज्यादा तप रहे हैं। सुबह होने के साथ ही सूरज के आग उगलने का दौर शुरू हो जाता है। दोपहर में हाल कर्फ्यू जैसा होता है। रास्ते, गलियां और हाईवे…सबकुछ सुनसान। गर्मी इतनी कि तापमापी भी नाप नहीं पाती। ग्राउंड जीरो पर गर्मी की प्रचंडता जानने के लिए जयपुर से 700 किलोमीटर का सफर कर भास्कर टीम पहले बाड़मेर और फिर वहां से 300 किलोमीटर का सफर कर जैसलमेर और उसके बाद भारत-पाक बॉर्डर पर पहुंची।

54 डिग्री पारा, तापमापी बंद पड़ा

हमने भारत-पाक बॉर्डर पर गर्मी की भयावहता जांचने के लिए थर्मामीटर ऑन किया। तापमान की रीडिंग 49.1 से शुरू हुई, जो कुछ ही सेकेंड में 53.8 डिग्री पहुंच गई। इसके बाद अचानक थर्मामीटर गर्म हो गया और स्क्रीन ब्लैक हो गई। हम जिस मोबाइल से वीडियो शूट कर रहे थे, उसमें भी बार-बार मोबाइल हीटिंग का अलर्ट मैसेज आने लगा। इसके बाद दूसरे मोबाइल से वीडियो शूट करना पड़ा। बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के कमांडेंट सफदर खान ने बताया कि यहां थर्मामीटर कुछ सेकेंड के लिए ही काम करता है, फिर गर्मी से हैंग होकर बंद हो जाता है। दिन में 55 डिग्री तक तापमान रहता है। शाम को 5 बजे के बाद तापमान कम होता है। हालांकि मौसम विभाग का तापमान रिकॉर्ड करने का अलग तरीका होता है। वे सतह से ऊपर रिकॉर्ड करते हैं।

बाड़मेर : सुबह 10 से शाम 6 बजे तक घर से नहीं निकलते

बाड़मेर शहर में घुसते ही रेतीले धोरों से उठ रही गर्म हवाएं नौतपा का अहसास करा रही थीं। चेहरे को झुलसा रही थीं। सुबह 7 बजे सूरज आग उगलना शुरू कर चुका था। बाड़मेर के रामसर गांव में सरपंच गिरीश खत्री से मिले। खत्री ने बताया कि नौतपा में गांव हो या शहर कर्फ्यू सा माहौल रहता है। सुबह 10 से शाम 6 बजे तक घर से नहीं निकलते, जब तक कि कोई बहुत जरूरी काम न हो। कोशिश करते हैं कि काम सुबह 10 बजे से पहले निपटा लें।

8 दिनों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत

राजस्थान में नौतपा ने बेहाल कर रखा है। हालात यह है कि हर दिन अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीज आ रहे हैं। पिछले 8 दिनों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। 30 मई के लिए मौसम विभाग ने जैसलमेर, बाडमेर, बीकानेर, जोधपुर चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित पश्चिमी राजस्थान के 20 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। उदयपुर समेत प्रदेश के 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।


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