कहा- NTA में सुधार की जरूरत, अफसर दोषी मिले तो छोड़ेंगे नहीं
NEET पेपर लीक मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पहली बार गड़बड़ी की बात मानी है। उन्होंने रविवार 16 जून को कहा कि NEET के रिजल्ट में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं। जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल पाए जाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने माना कि परीक्षा लेने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) में सुधार की जरूरत है। प्रधान ने कहा कि NEET के संबंध में दो तरह की अव्यवस्था का विषय सामने आया है। पहला- शुरुआती जानकारी थी कि कुछ स्टूडेंट्स को कम समय मिलने के कारण ग्रेस नंबर दिए गए। दूसरा- दो जगहों पर कुछ अनियमितताएं सामने आई हैं। मैं छात्रों और अभिभावकों को आश्वस्त करता हूं कि इसे भी सरकार ने गंभीरता के साथ लिया है।
NEET की परीक्षा इसी साल 5 मई को हुई थी। इसमें 23 लाख 30 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस दौरान लोकसभा के चुनाव भी हो रहे थे। 4 जून को लोकसभा के साथ NEET के भी रिजल्ट जारी किए गए। इसमें 67 स्टूडेंट्स को पूरे 720 मार्क्स दिए गए। NEET की परीक्षा के इतिहास में पहली बार इतने छात्र टॉप स्कोरर रहे। इस पर कई स्टूडेंट्स ने सवाल उठाए। परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट समेत 7 हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर हुई हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट एक साथ जोड़कर 8 जुलाई को सुनवाई करेगा। इनमें NEET पेपर लीक और CBI जांच की मांग वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।
स्टूडेंट शिवांगी मिश्रा और 9 अन्य छात्रों ने रिजल्ट की घोषणा से पहले 1 जून को दायर की। काउंसलिंग पर रोक लगाने के साथ परीक्षा रद्द कर जांच की मांग की गई। सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
देशभर में स्टूडेंट्स का प्रदर्शन जारी
परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर 4 मार्च से ही स्टूडेंट्स रिजल्ट का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने CBI जांच की मांग को लेकर रविवार को दिल्ली में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में भी प्रदर्शन हुए। छात्रों की मांग है कि परीक्षा फिर से करवाई जाए।