हरिभाऊ बागड़े ने सिकल सेल एनीमिया की रिपोर्ट मांगी, अधिकारियों की बैठक भी ली
हरिभाऊ किसनराव बागडे़ ने कहा कि अधिकारी आदिवासी कल्याण को ध्यान में रख कर काम करें। उन्होंने जनजाति बहुल क्षेत्रों में क्रियान्वित केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने का आह्वान किया है। वे आज जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तक जनजाति समुदाय और गरीब वर्ग की आय नहीं बढे़गी, समेकित विकास नहीं हो सकता। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि हर गरीब का बच्चा शिक्षा प्राप्त करें। उन्होंने अनुसूचित जाति व जनजाति सहित घुमन्तू परिवारों के बच्चों को स्कूल जोड़ने पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने पंचायत स्तरीय कार्मिकों को जिम्मेदारी देते हुए शत-प्रतिशत बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
गांवों में इंटरनेट सेवाओं का लाभ मिले
राज्यपाल ने वनाधिकार अधिनियम के तहत प्रदत्त पट्टों की समीक्षा करते हुए कहा कि वन भूमि में पट्टे तो जारी कर दिए जाते हैं, लेकिन लोगों को बिजली कनेक्शन लेने, कुआं खुदवाने जैसे कामों में व्यावहारिक तौर पर दिक्कतें आती हैं। राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वीराज ने वन विभाग तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों को वनाधिकार अधिनियम की मूल भावना के अनुरूप काम करते हुए जनजाति बंधुओं को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। सिर्फ ग्राम पंचायत मुख्यालय पर इंटरनेट सेवा उपलब्ध करा देना पर्याप्त नहीं है। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि पंचायत मुख्यालय पर लोगों को इसका लाभ मिल रहा है अथवा नहीं। ई-मित्र सेवाएं तो वैकल्पिक हैं, लोगों को पंचायत भवन में ही सभी सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
फसल खरीदी की हो पुख्ता व्यवस्था
राज्यपाल ने प्रत्येक विकास योजना के लक्ष्य और लाभान्वितों में जनजाति वर्ग के लक्षित और लाभार्थियों का पृथक से आकलन करने, हर वंचित और पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ आवश्यक रूप से पहुंचे, इसकी पुख्ता व्यवस्था करने पर जोर दिया।
सिकल सेल एनीमिया की रिपोर्ट मांगी
बैठक में उन्होंने जिले में सिकल सेल एनीमिया के प्रकरणों और इसमें की गई कार्यवाही तथा अब तक की प्रगति की जानकारी ली तथा निर्देश दिए कि इसकी पॉजीटिविटी रिपोर्ट एक सप्ताह में राजभवन भिजवाई जाए। इधर, राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे़ के उदयपुर सर्किट हाउस प्रवास दौरान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मुलाकात की। इस दौरान उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलसचिव वृद्धिचंद गर्ग मौजूद रहे।