गर्दन दबोचकर ले जा रहा था, परिवार ने शोर मचाया तो भागा; 24 घंटे में दो शिकार
उदयपुर के गोगुंदा थाना इलाके में एक और महिला लेपर्ड का शिकार हो गई। मंगलवार सुबह हुए इस हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। महिला की गर्दन को जबड़े में दबाकर भागते लेपर्ड को ग्रामीणों ने शोर मचाकर भगाया। इससे पहले सोमवार को इसी थाना क्षेत्र में एक पुजारी को भी लेपर्ड ने मार डाला था।
बीते 12 दिन में हुए अलग-अलग हमलों में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। वन विभाग ने इस दौरान पिंजरे लगाकर 4 लेपर्ड को पकड़ा भी है, लेकिन हमले रुक नहीं रहे हैं। इधर, घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे-27 को जाम करने की काेशिश की, एसपी योगेश गोयल की समझाइश के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ, हालांकि अभी ग्रामीण महिला का शव उठाने नहीं दे रहे हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) पीके उपाध्याय भी हालात का जायजा लेने गोगुंदा पहुंचे हैं।
जहां पुजारी को मारा, उससे 1 किमी दूर ही हमला एक दिन पहले भी बड़गांव थाना क्षेत्र के राठौड़ों का गुड़ा में रात को लेपर्ड ने मंदिर के पुजारी विष्णु गिरी (65) को मार डाला था। लेपर्ड ने पुजारी को घसीटते हुए 150 दूर खेत में ले गया था। राठौड़ों का गुड़ा से केलवों का खेड़ा गांव करीब 1 किमी दूर है। ऐसे में संभावना है कि पुजारी को मारने वाले लेपर्ड ने ही महिला पर हमला किया होगा। इधर, गांव में दो दिन में लेपर्ड द्वारा महिला सहित दो जनों की मौत के बाद दहशत का माहौल बना हुआ है।
घर के आंगन में काम कर रही थी महिला
जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 8 बजे हुआ हादसा हमला केलवो का खेड़ा गांव का है। यहां कमला कुंवर (55) अपने घर के आंगन में काम कर रही थी। इस दौरान लेपर्ड ने उस पर हमला कर दिया। महिला की चीख-पुकार सुनकर परिवार के दूसरे लोग बाहर भागे तो लेपर्ड उसके शव को छोड़कर भाग गया।
लेपर्ड महिला को घर से 100 मीटर तक घसीटकर ले गया था। महिला का घर पहाड़ी पर है, उसके आपस पास कोई घर नहीं है। घर के पीछे पशुओं का बाड़ा है। उसमें महिला काम रही थी तभी लेपर्ड ने हमला कर दिया। परिवार ने बताया कि महिला की गर्दन लेपर्ड के जबड़ों में थी। गले में गहरा घाव होने उसकी मौके पर ही मौत हो गई।