राजेंद्र प्रसाद के बाद दूसरी राष्ट्रपति होंगी, उत्तराखंड CM ने किया संगम स्नान
महाकुंभ में 13 जनवरी से अब तक 43.57 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। आज सुबह 8 बजे तक 46 लाख लोग स्नान कर चुके हैं। वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार सुबह परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई। भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। प्रयागराज शहर में जबरदस्त भीड़ है। इसे देखते हुए अरैल घाट से संगम तक बोट बंद की गई है। संगम स्टेशन को 14 फरवरी तक के लिए बंद किया गया है। प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को मैनेज करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया है।
महाकुंभ का आज 29वां दिन है। आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ आएंगी। वे आठ घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी। राष्ट्रपति संगम में स्नान के साथ यहां अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी। सीएम योगी और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू दिल्ली से विशेष हवाई जहाज से प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट पर दिन में लगभग 11 बजे पहुंचेंगी। यहां से वे हेलिकॉप्टर से महाकुंभ नगर के अरैल क्षेत्र में डीपीएस हेलीपैड पर उतरेंगी। वहां से कार से अरैल VVIP जेटी तक और फिर यहां से निषादराज क्रूज से संगम जाएंगी।
महाकुंभ मेले में मोबाइल फोन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। 13 जनवरी से अब तक 2700 से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी हो चुके हैं। पुलिस ने अब तक 100 से ज्यादा फोन बरामद किए हैं। गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई टीमें बनाकर जांच शुरू कर दी है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज, सुबह 9 बजे प्रयागराज आएंगी। इसके बाद राज्यपाल राष्ट्रपति महोदया के साथ समस्त कार्यक्रमों में उनके साथ रहेंगी। राज्यपाल शाम 5:50 बजे प्रयागराज से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगी। प्रयागराज जंक्शन पर भीड़ को मैनेज करने के लिए इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान लागू किया गया। उत्तर रेलवे लखनऊ के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया, 14 फरवरी तक प्रयागराज संगम स्टेशन बंद रहेगा।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग कल महाकुंभ पहुंचे थे। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने संगम में स्नान किया। CM प्रेम सिंह तमांग ने कहा- महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता और वैभव से काफी अभिभूत हूं। कहा- महाकुंभ सनातन परंपराओं की गहरी श्रद्धा और भारत की आध्यात्मिक चेतना से जुड़ने का अनुपम क्षण है।