गिरफ्तारी के बाद उसकी कंपनी ने BJP को दिए 30 करोड़, गवाही से केजरीवाल जेल पहुंचे
21 मार्च 2024 यानी गुरुवार की शाम दो बड़ी हैपनिंग्स हुई। शाम 6.30 बजे चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इलेक्टोरल बॉन्ड का पूरा डेटा सार्वजनिक किया। शाम 7 बजे ED की टीम दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंची और देर रात उन्हें दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया।
इलेक्टोरल बॉन्ड के डेटा से पता लगा कि दिल्ली शराब घोटाले में एक अन्य आरोपी पी शरद चंद्र रेड्डी की कंपनी अरबिंदो फार्मा ने बीजेपी को कुल 34 करोड़ से ज्यादा का चंदा दिया है। इसमें 5 करोड़ रुपए तो शरद की गिरफ्तारी के महज 5 दिन बाद दिया गया। शरद इस मामले में अप्रूवर यानी सरकारी गवाह बन गए हैं। इसका शुरुआती खुलासा न्यूज ऑर्गेनाइजेशन और स्वतंत्र पत्रकारों के ‘प्रोजेक्ट इलेक्टोरल बॉन्ड’ ने किया है।
15 मार्च 2024 को ED ने इसी आरोप में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को भी गिरफ्तार किया है। ED ने दिल्ली शराब घोटाले में शामिल इन दोनों को ‘साउथ ग्रुप’ का सदस्य कहा है। साउथ ग्रुप में इन दोनों के अलावा राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के नाम भी शामिल हैं।
गिरफ्तारी के बाद बीजेपी को दिए 30 करोड़ रुपए
इलेक्टोरल बॉन्ड के डेटा से पता चला है कि 15 नवंबर 2022 यानी शरद रेड्डी की गिरफ्तारी से 5 दिन बाद उनकी कंपनी अरबिंदो फार्मा ने 5 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे। BJP ने इस बॉन्ड को 6 दिन बाद 21 नवंबर 2022 को इनकैश करा लिया।
करीब साल भर बाद नवंबर 2023 मे अरबिंदो फार्मा कंपनी ने दोबारा से 25 करोड़ के बॉन्ड खरीदे। कुछ दिनों बाद ही BJP ने इस बॉन्ड को कैश करवा लिया। यानी शरद रेड्डी की गिरफ्तारी के बाद उनकी कंपनी ने बीजेपी को कुल 30 करोड़ रुपए का चंदा दिया। इस दौरान वो दिल्ली शराब घोटाले में सरकारी गवाह बन गए।
क्या शरद रेड्डी की कंपनी ने सिर्फ BJP को चंदा दिया?
शरद रेड्डी की कंपनी अरबिंदो फार्मा ने 2019 से 2024 के बीच कुल 52 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे हैं। इनमें से 34.5 करोड़ रुपए से ज्यादा पैसा कंपनी ने अकेले BJP को दिया। इसके अलावा 15 करोड़ रुपए भारत राष्ट्र समिति और तेलगु देशम पार्टी को 2.5 करोड़ रुपए दिए हैं।
पहले भी विवादों में रही है अरबिंदो फार्मा
2012 में पहली बार अरबिंदो फार्मा कंपनी विवादों में आया, जब CBI ने आंध्र प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था। इस केस में CBI ने जगन रेड्डी के अलावा 12 और लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।
इन 12 लोगों में एक नाम अरबिंदो फार्मा कंपनी के डायरेक्टर शरद रेड्डी का भी था। CBI के मुताबिक YSR रेड्डी की सरकार ने अरबिंदो फार्मा को फायदा पहुंचाने के लिए उन्हें बहुत ही कम दाम पर जमीन आवंटित की थी। इसके बदले अरबिंदो फार्मा कंपनी ने जगन मोहन रेड्डी की कंपनी जगाती पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड में पैसा इंवेस्ट किया था।
CBI ने कहा था कि इस डील के जरिए जडचर्ला स्पेशल इकोनॉमिक जोन में 75 एकड़ जमीन बाजार से सस्ते कीमत पर अरबिंदो फार्मा को दिए गए थे। इस मामले में शरद चंद्र रेड्डी को IPC की धारा 120-B, आपराधिक षडयंत्र रचना और धारा 420, धोखाधड़ी के तहत आरोपी बनाया गया था। अब भी ये मामला सीबीआई स्पेशल कोर्ट में चल रहा है।