बोले- कांग्रेस की शिकायत के बाद निगम ने रातों-रात ध्वज उतार दिए
जयपुर में लगे भगवा झंडे हटाने के मामले में सोमवार को विधायक बालमुकुंद आचार्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को ज्ञापन देकर इसका विरोध किया। उन्होंने प्रशासन से रामनवमी से पहले शहर में वापस भगवा झंडे और पताका लगाने की मांग की। दरअसल, जयपुर शहर से लोकसभा उम्मीदवार प्रताप सिंह खाचरियावास के चुनाव एजेंट की शिकायत पर प्रशासन ने शहर से भगवा झंडों और पताका को हटा दिया था।
उन्होंने कहा- हर साल रामनवमी के अवसर पर जुलूस निकाला जाता है। इस जुलूस को देखते हुए शहर में घरों और दुकानों पर भगवा ध्वज लगाए गए थे। हमें पता चला कि कलेक्टर के कहने पर यह भगवा ध्वज हटाए गए।
वहीं, इस मामले पर जब कलेक्टर से विधायक ने बात की तो कलेक्टर ने इस बात से इनकार किया कि प्रशासन के कहने से भगवा ध्वज हटाए गए। विधायक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की शिकायत के बाद नगर निगम ने पूरे शहर से भगवा ध्वज हटा दिए।
आपको बता दें कि 13 अप्रैल को कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास के चुनाव एजेंट मंगल सिंह सैनी की तरफ से कलेक्टर को पत्र लिखा था। इसमें लिखा कि जयपुर शहर में परकोटा के सभी बाजारों में रोड लाइट के खम्भों, दीवारों समेत अन्य जगहों पर लोकसभा चुनाव में पार्टी विशेष को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से भगवा रंग के ध्वज लगाए गए हैं। जो आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। सैनी ने इस पर कार्यवाही करने की मांग की थी।
राहुल-प्रियंका के आने के कारण हटाए गए ध्वज
विधायक ने कहा- कांग्रेस चाहती है कि देश भगवा मुक्त हो। हम चाहते हैं देश कांग्रेस मुक्त हो। कांग्रेस वालों को भगवा ध्वज और राम नाम से आपत्ति है। चुनाव और राम नाम का कोई लेना देना नहीं है। चुनाव से हटकर रामनवमी का त्योहार है। कांग्रेस अगला फरमान निकालेगी कि राम जी के मंदिरों पर ताला लगा दिया जाए।
विधायक ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जयपुर आने वाले हैं। इसलिए उनके कहने पर यह भगवा ध्वज हटाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आचार संहिता को लेकर मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है। आचार संहिता और रामनवमी का कोई लेना देना नहीं है।