9वीं की छात्राओं को फ्री में दी जाएगी; शिक्षामंत्री बोले- केसरिया कलर शौर्य और वीरता की पहचान
राजस्थान में सरकार की ओर से छात्राओं को फ्री में देने वाली साइकिल का रंग फिर बदलने जा रहा है। भाजपा सरकार कांग्रेस राज में दी जाने वाली काले की जगह केसरिया रंग की साइकिल देगी। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि साइकिल का रंग बदलने का कोई खास उद्देश्य नहीं है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से पहले जब राजस्थान में बीजेपी की सरकार थी। तब भी साइकिल का रंग केसरिया ही था। कांग्रेस ने इसे बदलकर काला कर दिया था।
दिलावर ने कहा- हम फिर से साइकिल का रंग बदलकर केसरिया कर रहे हैं। केसरिया रंग शौर्य और वीरता की पहचान है। जब देश आजाद हुआ, तब देशभक्त यही रंग पहनकर क्रांति करते थे। अग्नि देवता भी इसी रंग में प्रज्ज्वलित होते हैं। सूर्य भगवान पूरे विश्व को प्रकाश देते हैं। उनका उदय होता है, तब यही रंग होता है।
15 करोड़ रुपए का बढ़ेगा खर्च
कलर की वजह से इस बार टेंडर की रेट में 15 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। पिछले साल (कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में) 133 करोड़ में काले कलर की साइकिलें खरीदी गई थीं। प्रति साइकिल 3857 रुपए में खरीदी गई थी। वहीं, इस बार प्रति साइकिल की कीमत में 76 रुपए का इजाफा हुआ है। इसके बाद एक साइकिल की कीमत बढ़कर 3933 रुपए पर पहुंच गई है। इससे सरकार को 150 करोड़ रुपए से ज्यादा फ्री साइकिल योजना पर खर्च करने होंगे।
कक्षा 9वीं की स्टूडेंट्स को मिलेगी साइकिल
दरअसल, राजस्थान में कक्षा 8वीं पास कर चुकी छात्राओं को 9वीं में एडमिशन लेने पर सरकार की ओर से फ्री साइकिल दी जाती है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी छात्राओं को फ्री साइकिल दी गई। प्रदेश में 8 लाख छात्राओं को काले की जगह केसरिया रंग की साइकिल दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिया है।
अभी 9वीं में 7.96 लाख छात्राएं
शाला दर्पण पोर्टल के मुताबिक प्रदेश में 9वीं की छात्राओं की संख्या 7 लाख 96 हजार 788 हैं। ऐसे में 5 दिसंबर तक नामांकन के अंतिम आंकड़े आने तक संख्या में 2 से 4 हजार तक की बढ़ोतरी संभव है। हालांकि जिन स्टूडेंट्स (छात्राओं) को ट्रांसपोर्ट वाउचर की राशि हर माह मिलती है। वह साइकिल के लिए पात्र होंगी या नहीं होंगी। इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से फिलहाल अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
सरकार की ओर से स्कूल के 3 से लेकर 5 किमी के दायरे से आने वाली छात्राओं को रोजाना उपस्थिति के हिसाब से 20 रुपए की राशि आने-जाने के लिए दी जाती है।