जो कमेटी संदेह के घेरे में, वही फिर से देगी ट्रांसप्लांट की एनओसी, 9 अप्रैल को बैठक
प्राइवेट हॉस्पिटल में फिर से ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए एनओसी जारी करने की तैयारी है। इसके लिए 9 अप्रैल को बैठक होगी और उन मरीजों के लिए एनओसी जारी की जाएगी, जिनका ट्रांसप्लांट अटक गया था।
फर्जी एनओसी जारी करने के मामले के खुलासे के बाद उन सभी मरीजों के ऑर्गन ट्रांसप्लांट रोक दिए गए थे, जिन्होंने कई महीनों से अप्लाई किया हुआ था। अब इन सभी मरीजों की फिर से फाइल की जांच होगी और परमिशन दी जाएगी।
हफ्ते में चार दिन क्लब जाने लगा था गौरव
ऑर्गन ट्रांसप्लांट की फर्जी एनओसी मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। एसीबी ने रविवार को आरोपियों के कब्जे से जब्त किए मोबाइल डाटा का एनालिसिस किया और तीनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उन्होंने फोर्टिस व ईएचसीसी अस्पताल के कई और कर्मचारियों की मिलीभगत बताई है। जिन्हें जल्द एसीबी बुलाकर पूछताछ करेगी।
एसीबी की जांच में ये भी सामने आया है कि गिरफ्तार एएओ गौरव सिंह पिछले कुछ दिनों से कई क्लबों में जा रहा था, क्योंकि इसके पास इन दिनों फर्जी एनओसी से मोटी कमाई हो रही थी। वह सप्ताह में 3-4 दिन क्लब जाकर रोज 15 से 20 हजार उड़ा रहा था। उसकी महिला मित्र से भी एसीबी ने पूछताछ की है। एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि इस मामले में एडिशनल एएसपी भूपेन्द्र के नेतृत्व में आधा दर्जन टीमें पूछताछ और छापेमारी कर रही हैं।
शहर के निजी अस्पतालों में फर्जी तरीके से किए ऑर्गन ट्रांसप्लांट और खरीद फरोख्त मामले में जयपुर पुलिस ने खुद के स्तर जांच रिपोर्ट तैयार सरकार को भेज दी। अब संभवत सोमवार को स्वास्थ विभाग की तरफ से एफआईआर दर्ज होगी।