पुराने प्रेमी को अच्छा नहीं लगता था तो चुनाव के दिन उतार दिया मौत के घाट, एक बाल अपचारी सहित तीन को पकड़ा
लड़के-लड़की एक दूसरे से प्रेम करते थे लेकिन परिवार वालों की दखल के बाद लड़की ने लड़के से बोलचाल बंद कर दी और वह दूसरे से प्रेम करने लगी। यह बात पुराने प्रेमी को नहीं अखर रही थी और वह अंदर ही अंदर भर गया था।
लोकसभा चुनाव के दिन उसने प्लान बनाकर उस लड़की के सामने ही उसके प्रेमी को मौत के घाट उतार दिया। बाद में उस लड़की को लेकर चला गया और उसके साथ भी गलत काम किया।
उदयपुर पुलिस ने इस मामले का आज खुलासा किया। यह मामला लोकसभा चुनाव के दिन 26 अप्रेल की सुबह का है। उस दिन उदयपुर जिले के ऋषभदेव के पाटिया थाना क्षेत्र में गमेती फला में एक लाश मिली थी। उसकी जांच में यह खुलासा हुआ। पुलिस ने 48 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ लिया और उनसे पूछताछ की।
उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मृतक 22 साल का लोकेश पुत्र भूरालाल डूंगरपुर जिले के बलवाड़ा का निवासी है। इस मामले में पुलिस ने एक बाल अपचारी को डिटेन करते हुए 26 साल के अशोक उर्फ अश्विन पुत्र विरेन्द्र उर्फ विरजी गरासिया आगनिया फला बलवाडा डूंगरपुर तथा अशोक का भाई 22 साल का बलवीर उर्फ प्रवीण पुत्र विरेन्द्र उर्फ विरजी गरासिया को गिरफ्तार किया।
पाटिया थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह राव पाटिया ने बताया कि 26 अप्रेल लोकसभा चुनाव के दिन सुबह 9 बजे सूचना मिली की थाना सर्किल में गांव गमेती फला में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है। जिस पर थानाधिकारी मौके पर पहुंचे। आस-पड़ोसियों से अज्ञात लाश के बारे में पूछताछ करने पर उसकी पहवान लोकेश पुत्र भूरालाल निवासी बलवाड़ा, डूंगरपुर के रूप में हुई।
बाद में परिजनों को तलब किया गया जिस पर मृतक के भाई सुरज पुत्र भुरा ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि मेरी मौसी मनु देवी पत्नी बाबुलाल खराडी निवासी खेडाघाटी का मेरे पास फोन आया कि लोकेश की अज्ञात बदमाशों ने पत्थर मारकर हत्या कर दी है जो और नाले में उसका शव पड़ा है।
मौसी ने सूरज को बताया कि लोकेश बीती रात को हमारे साथ खाना खाकर बाहर आंगन में सोया था। रात को कब उठकर गया मुझे पता ही नहीं है। इसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर जांच शुरू की।
टीम में थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह राव, हैड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल श्रवण कुमार, दानवीर सिंह, सुर्यवीर सिंह, विरेन्द्र कुमार, महेन्द्र सिंह, दिलीप कुमार, महेन्द्र कुमार तथा साइबर सेल के लोकेश कुमार शामिल थे।