गर्भ गृह में पानी भरना शुरू, 6 महीने तक शिवलिंग के नहीं होंगे दर्शन
उदयपुर जिले के झाड़ोल क्षेत्र में मानसी वाकल बांध लबालब है। वहीं अब डूब क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध शिवालय चंद्रेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न होना हो गया है। मंदिर के गर्भ गृह में पानी आने के साथ ही शिवलिंग भी जलमग्न हो गया है। ये मंदिर झाड़ोल उपखंड के चंदवास में स्थित है। न्याय का देवता कहे जाने वाले चंद्रेश्वर महादेव मंदिर 2005 में मानसी वाकल बांध बनने के बाद डूब क्षेत्र में आ गया। ऐसे में बांध के भरने पर मंदिर जलमग्न हो जाता है।
6 महीने तक शिवलिंग के नहीं होंगे दर्शन
शिवरात्रि के आस-पास बांध खाली होने पर मंदिर बाहर हो जाता है। इस साल भी पिछले दिनों अच्छी बारिश होने पर यह शिवालय जलमग्न हो गया था। इसके बाद भी दर्शन करने भक्त पहुंच रहे है। बांध के ओवरफ्लो होने पर मंदिर का अधिकांश भाग पानी में डूब जाएगा। ऐसे में श्रद्धालु 6 महीने महीने तक शिवलिंग के दर्शन नहीं कर पाएंगे।
साल 1590 में बंजारे ने कराया था मंदिर का निर्माण
जानकारी अनुसार इस मंदिर का निर्माण साल 1590 में एक बंजारे ने करवाया था। तभी से मान्यता थी कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार का वाद-विवाद या कोई मामला होता था तो उसका निर्णय महादेव करते थे। झूठ और सच का निर्णय शिवलिंग पर हाथ रख कर सौगन्ध दिलाकर करते थे।