कहा- विधानसभा क्षेत्र के साथ प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्र में भी रहें, वहीं फाइलें मंगवा लें
लोकसभा चुनावों के लिए राजस्थान में नियुक्त किए गए प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे शुक्रवार सुबह जयपुर पहुंचे। एयरपोर्ट पर पार्टी उपाध्यक्ष अजयपाल सिंह, जिलाध्यक्ष राघव शर्मा, मेयर सौम्या गुर्जर सहित अन्य पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद बीजेपी मुख्यालय में कोर कमेटी की बैठक हुई। कोर कमेटी की बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान चुनाव प्रभारी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर चर्चा की।
कोर कमेटी के बाद बीजेपी पदाधिकारियों और चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा ने मंत्रियों और विधायकों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा- मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ प्रभार वाले लोकसभा क्षेत्र में भी रहे। फील्ड में ही फाइलें मंगवा लें। चुनाव के काम में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सीएम ने कहा- मैं भी तीन दिन लगातार लोकसभा कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर आया हूं।
सहस्त्रबुद्धे ने कहा- मेरी आवश्यकता हो तो आप मुझे बताए
वहीं, बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा- प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी खुद चुनाव लड़ रहे हैं। सीएम भजनलाल और उप मुख्यमंत्री चुनाव लड़वा रहे हैं। ऐसे में अगर कहीं भी आपको मेरी आवश्यकता हो तो आप मुझे बताएं।
बीजेपी ने गुरुवार को तीन राज्यों में बनाए थे चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी
गुरुवार को लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे को प्रदेश का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया था। इनके साथ विजया रहाटकर और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को राजस्थान में सह-प्रभारी नियुक्त किया है। मूलत: महाराष्ट्र से आने वाले डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे वर्तमान में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं। इससे पहले वे महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर भी उन्होंने काम किया है। उन्हें पार्टी का थिंक टैंक भी माना जाता है।
सतीश पूनिया की टिकट की संभावना खारिज
राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को पार्टी ने हरियाणा में प्रदेश चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। अभी तक चर्चा थी कि पार्टी पूनिया को अजमेर लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है। लेकिन पार्टी ने उन्हें नई जिम्मेदारी देकर इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है।
सतीश पूनिया को पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी ने आमेर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था। लेकिन वो चुनाव हार गए थे। उसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि पूनिया को पार्टी कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती हैं।