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इंदौर से कांग्रेस कैंडिडेट अक्षय कांति ने नामांकन वापस लिया


भाजपा में शामिल; विजयवर्गीय बोले- स्वागत है

इंदौर में लोकसभा चुनाव से 14 दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस ले लिया है। यानी वे अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने उन्होंने सोमवार को भाजपा महासचिव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय जाकर नामांकन वापस ले लिया। इंदौर में नाम वापसी का आज ही आखिरी दिन है। कलेक्टर कार्यालय से नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय भाजपा कार्यालय पहुंचे और पार्टी में शामिल हो गए। कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पर लिखा- इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का भाजपा में स्वागत है।

सूरत में कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा रद्द, भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीते
इससे पहले गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से 22 अप्रैल को BJP कैंडिडेट मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए। दरअसल यहां से कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द हो गया था। उनके पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी।

बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने रविवार को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में चुनावी रैली के दौरान भाजपा सरकार की तुलना आतंकियों से की थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा वाले वोट मांगने आए तो उनके लिए जूता, चप्पल और लाठी तैयार रखो। आकाश आनंद पर हिंसा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगा है। पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ 171सी, 153बी, 505 और आरपी एक्ट की धारा 125 के तहत केस दर्ज किया गया है।

उधर, जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट पर बारिश और खराब मौसम के चलते राजनीतिक दलों की चुनाव टालने की मांग पर PDP चीफ महबूबा ने कहा- क्या इसका मतलब यह है कि अगर बारिश महीनों तक जारी रहेगी तो चुनाव नहीं होंगे? ये महज बहाने हैं, जब उन्होंने लोगों की बाढ़ देखी और डर गए।

बीरभूम से BJP कैंडिडेट देबाशीष की सुप्रीम कोर्ट में याचिका, टेक्निकल कारणों से नामांकन रद्द हुआ

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीरभूम लोकसभा सीट के उम्मीदवार देबाशीष धर की याचिका का उल्लेख सुप्रीम कोर्ट में किया गया, जिसमें उन्होंने नामांकन पत्रों की जांच के दौरान तकनीकी आधार पर उनके नामांकन को रद्द करने को चुनौती दी है। देबाशीष के वकील निधेश गुप्ता ने बेंच से कहा कि यह जरूरी है क्योंकि चुनाव नजदीक आ रहे हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट भी इसे खारिज कर चुका है। इस पर CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि पहले एक ईमेल भेजें, हम इसे लिस्ट करेंगे।


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