नाराज विधायकों ने प्रियंका गांधी से बात की, स्पीकर ने 15 भाजपा विधायक निष्कासित किए
इस बीच विधानसभा स्पीकर ने भाजपा के 15 विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया है। इनमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी शामिल हैं। जयराम ठाकुर बुधवार सुबह गवर्नर से मिले और फ्लोर टेस्ट की मांग की थी।
ठाकुर ने यह कदम मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के बाद उठाया। चुनाव में कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी के फेवर में वोट दिया था। इसके बाद सुक्खू सरकार पर संकट मंडराने लगा।
हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य ने नाम लिए बिना सीएम सुखविंदर सुक्खू पर अपमानित करने का आरोप लगाया और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
विक्रमादित्य ने कहा कि मुझे अपमानित किया गया। विधायकों को नजरअंदाज किया गया, जिसका नतीजा कल दिखाई दिया। अब गेंद आलाकमान के पाले में है।”
क्रॉस वोटिंग करने वाले एक विधायक राजेंद्र राणा ने कांग्रेस हाईकमान से सुक्खू को CM पद से हटाने की मांग की है। कहा है कि अगर ऐसा होता है तो वे वापस आ सकते हैं।
2. 6 कांग्रेस और 3 निर्दलीय की क्रॉस वोटिंग के बाद स्थिति
हिमाचल में 68 सीटें हैं और बहुमत 35। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 और भाजपा को 25 सीटें मिली थीं। 3 सीटों पर निर्दलीय विधायक जीते। अब 6 कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग भाजपा के पक्ष में हुई है। अगर ये पाला बदलते हैं तो सुक्खू सरकार के पास 34 सीटें बचेंगी, यानी बहुमत से एक कम।
3. CM सुक्खू की कुर्सी खतरे में
कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कांग्रेस हाईकमान से बात की और मुख्यमंत्री सुक्खू को पद से हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा, “दिक्कत कांग्रेस से नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू से है। उन्हें हटाया जाता है तो मैं वापस आने को तैयार हूं।”
4. इस्तीफा देने वाले विक्रमादित्य CM पद के दावेदार
डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री और PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह मुख्यमंत्री पद के सशक्त दावेदार माने जा रहे हैं। विक्रमादित्य ने कहा, “चुनाव स्वर्गीय पिता वीरभद्र के नाम पर लड़ा गया। चुनाव जीता। उनकी मूर्ति के लिए 2 गज जमीन सरकार नहीं दे पा रही है। सरकार रहे ना रहे, फर्क नहीं पड़ता। अब हम हालात देखकर आने वाले दिनों में फैसला लेंगे।”
भाजपा ने गवर्नर से फिर टाइम मांगा
स्पीकर के निष्कासित किए जाने के बावजूद भाजपा के विधायक विधानसभा में ही बैठे हैं। उन्हें निकालने के लिए मार्शल बुलाए जा रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने फिर गवर्नर से मिलने का समय मांगा है। इससे पहले वे सुबह गवर्नर से मिले थे। जिसमें सरकार का फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की थी।
भाजपा के ये 15 विधायक निष्कासित किए गए
हिमाचल विधानसभा से भाजपा के विधायक जयराम ठाकुर, विपन परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार, विनोद कुमार, हंसराज, जनक राज, बलबीर वर्मा, त्रिलोक जम्वाल, सुरेंद्र शौरी, दीपराज, पूर्ण ठाकुर, इंद्र सिंह गांधी, दिलीप ठाकुर और रणवीर सिंह को विधानसभा की कार्यवाही से निष्कासित कर दिया है।