एंबुलेंस से पहुंची पार्थिव देह तो भड़के लोग; गोला-बारूद डिपो में बम फटने से गई थी जान
सेना के लेह-लद्दाख के गोला-बारूद डिपो में 8 मई को बम फटने से राजस्थान का एक जवान शहीद हो गया। झुंझुनूं जिले के रहने वाले नंदूसिंह (24) की पार्थिव देह आज उनके गांव सूरजगढ़ पहुंची है। शहीद का दर्जा नहीं देने से गुस्साए ग्रामीणों ने सीकर-लोहारू स्टेट हाईवे जाम कर दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि सैन्य सम्मान के साथ जवान की तिरंगा यात्रा निकाली जाए। वहीं, मौके पर पहुंचे कांग्रेस विधायक ने कहा है कि शहीदों के साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए।
- सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार हाईव जाम कर रहे ग्रामीणों के बीच पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लाडले नंदूसिंह को जिस तरह से सरकार ने 2 सिपाही भेजकर प्राइवेट गाड़ी भेजी है, यह शर्मसार है।
- न केवल समाज बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी यह शर्मसार है। विधायक बोले कि जो जवान शहीद हो रहे हैं उनको सिर्फ प्राइवेट गाड़ी में लेकर आना, केवल मात्र यह कह देना खुद की ही गलती है, यह शर्मसार है।
- जवान देश के लिए मरता है, उसमें गलती नहीं देखी जाती, किस लिए शहीद हुआ है यह मुख्य बात होती है। सरकार ने जो शहीदों के साथ अत्याचार किया है, यह शर्मसार है।
- लेह-लद्दाख स्थित गोला बारूद डिपो में 8 मई को बम फट गया था। हादसे में जवान नंदू सिंह शेखावत घायल हो गए थे। सूरजगढ़ उपखंड के गांव स्यालू कलां की रामरख की ढाणी निवासी सिंह डिपो (एफएडी41) में ट्रेडसमैन मेट के पद पर थे। मार्च 2023 को सेना में भर्ती हुए थे।
- उनका चंडीगढ़ के आर्मी हॉस्पिटल में में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान सोमवार को जवान का निधन हो गया था।
- उनकी पार्थिव देह मंगलवार को अंत्येष्टि के लिए गांव लाई गई है। लेकिन उससे पहले ही परिजनों ने जब ग्रामीणों को जानकारी दी कि जवान को शहीद का दर्जा नहीं दिया गया है तो ग्रामीणों इस बात से नाराज हो गए।