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विभागीय समीक्षा बैठक


मंत्री ने परिचय के साथ पूछा सर्विस रिकॉर्ड, अफसरों ने मौजूदा कार्यभार तो बताया लेकिन छिपाया कि कितने साल से जमे हैं

पहली बार उदयपुर आए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल मंत्री कन्हैयालाल चौधरी संभाग स्तरीय विभागीय समीक्षा बैठक में डेढ़ घंटे देरी से पहुंचे। पटेल सर्किल स्थित पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता कार्यालय सभागार में मंत्री चौधरी ने शुक्रवार को सवा 3 घंटे तक उदयपुर और बांसवाड़ा संभाग के अधीन संचालित 7 जिलों के अभियंताओं की बैठक ली।

प्रदेश में ताबड़तोड़ तबादलों के बीच इस बैठक में अभियंताओं में डर भी दिखा। मंत्री के कहने पर परिचय देते हुए अधिकांश अभियंताओं ने नौकरी से जुड़े हुए पुराने अनुभव साझा ही नहीं किए। केवल वर्तमान जिम्मेदारी बताकर पीछा छुड़ा लिया। दरअसल, लंबे समय से एक जगह पर जमे अभियंता सरकार की नजरों में नहीं आना चाहते।

मंत्री ने बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर और सलूंबर के एक्सईएन, एसई, एसीई को गर्मी के दिनों में जलापूर्ति व्यवस्था को हर हाल में बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। विभागीय कामों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए लागू थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। मंत्री ने कहा कि जो अधिकारी इन एजेंसियों का बिल पास करता है।

ऐसी एजेंसी और उसके कार्मिक उस अधिकारी के खिलाफ कैसे चल सकते हैं। वे आने वाले समय में इस व्यवस्था में सुधार करेंगे। इससे पहले विभागीय कार्यालय में ये बैठक दोपहर 3:30 बजे रखी गई थी, लेकिन गोगुंदा में कार्यक्रम के चलते मंत्री यहां करीब 5 बजे पहुंचे थे। इससे पहले राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद कनकमल कटारा यहां पहुंचे थे। शहर विधायक ताराचंद जैन और सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा मंत्री के पहुंचने के बाद बैठक में शामिल हुए थे।

आते ही भामसं नेताओं ने घेरा, समस्याएं सुनी : मंत्री चौधरी के पहली बार उदयपुर आगमन को लेकर भारतीय मजदूर संघ (भामस) के कर्मचारी नेता खासे उत्साहित दिखे। संभागीय पदाधिकारी रमेश सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र अग्रवाल, हिम्मतसिंह राणावत, गजेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पदाधिकारियों ने मंत्री का स्वागत किया। कार्यालय परिसर में आतिशबाजी भी हुई। मंत्री चौधरी ने समीक्षा बैठक से पहले कर्मचारी नेताओं की समस्याएं सुनी। साथ ही उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। बैठक के बाद मंत्री चौधरी हिरण मगरी सेक्टर 6 में स्थित चौधरी हॉस्पिटल पहुंचे। वहां डॉ. चौधरी से मुलाकात के बाद रात को ही जयपुर के लिए रवाना हो गए

निर्देश- गर्मी में जल संकट न हो, व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखें

मंत्री ने कहा कि गर्मी के दौरान पेयजल संकट के हालात बनते हैं। इसलिए समय रहते व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखें। सभी कलेक्टरों को आपात बजट उपलब्ध कराया है। हैंडपंप दुरुस्त रखें। जरूरत वाली जगहों पर अतिरिक्त पाइप लाइन डालें। टैंकरों की व्यवस्था भी तय कर ली जाएं। मंत्री ने सभी जिलों में चल रहे जल जीवन मिशन से जुड़े कामों को लेकर सवाल भी किए। मंत्री ने अमृत-2 योजना के लिए केंद्र से मिले बजट की बात कही।

साथ ही पूर्व में योजना के लिए तैयार प्रस्तावों को रोकने के साथ ग्राउंड लेवल पर फीडबैक तैयार कर जनप्रतिनिधियों की राय से 15 दिन में प्रस्ताव बनाने को कहा। जनप्रतिनिधियों ने पेयजल टंकियों की सफाई का मुद्दा उठाया गया। इस पर मंत्री ने कहा कि टंकी सफाई को लेकर मॉनिटरिंग एप तैयार कराया गया है। इससे उच्च जलाशयों को जोड़ा जा रहा है। इसमें सफाई की तारीख का इंद्राज किया जाएगा। अगली सफाई तारीख की सूचना अभियंताओं को मिल सकेगी।


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