घरों में हाजिरी भराना शुरू कर देते हैं; भाजपा को हराने के लिए किया था गठबंधन
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- राजस्थान में कांग्रेस का राज अच्छी योजनाओं और काम होने के बाद भी चला जाता है। मैं संगठन के कार्यकर्ता के नाते अध्ययन करता हूं तो मुझे यह लगा कि हम जब नेता बन जाते हैं तो कार्यकर्ताओं को भूलने लग जाते हैं। हम कभी चुनाव जीतते हैं तो कभी हार जाते हैं। हम इसी बीच कार्यकर्ताओं से मिलना बंद कर देते हैं। दफ्तर चलाते नहीं, खोलते नहीं। घरों में हाजिरी भराना शुरू कर देते हैं। डोटासरा ने कहा- लोग नेता के घर जाना पसंद नहीं करते हैं। जब उनकी बहुत बड़ी तकलीफ होती है, वह तभी जाते हैं। वर्ना उनको लगता है कि खून पसीने से सरकार और नेता को बनाया है तो उसकी जिम्मेदारी है कि वह हमारे सुख और दुख में साथ आए। डोटासरा बुधवार को सलूंबर में विधानसभा उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उपचुनाव में कोई गठबंधन नहीं
डोटासरा ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा- उपचुनाव में हमारा कोई गठबंधन नहीं है। पहले हमने समर्थन इसलिए दिया था कि बीजेपी को हराना था और मोदी को हटाना था।
उन्होंने कहा- न मोदी सरकार कुछ कर पा रही और न यहां की सरकार। सरकार बनाई थी और सर्कस बन गया है।
मंत्री की चलती नहीं, विधायक को पूछते नहीं
पीसीसी चीफ ने मीडिया से बातचीत में कहा- इस सरकार में जनसुनवाई नहीं है। हमारी सरकार की जो योजनाएं थीं, सब पर विराम लगा दिया है। आज तो सुना है कि सलूंबर सहित कई जिले कैंसिल करने वाले हैं। भाजपा की सरकार तो पर्ची से बनी है। ये अपने विवेक से फैसले नहीं कर पाते हैं। ये दिल्ली से आने वाली पर्ची से फैसले लेते हैं।
कार्यकर्ताओं को पूछेंगे तो चुनाव जीतेंगे
डोटासरा ने कांग्रेसियों से कहा- आप कार्यकर्ताओं के बीच जाएं। संगठन मजबूत होगा और कार्यकर्ताओं को पूछा जाएगा तो हम जो भी चुनाव लड़ेंगे, उसे जीतेंगे। हमने अपनी सरकार रहते कोई कसर नहीं छोड़ी। राज्य में 90 प्रतिशत काम कांग्रेस सरकार में ही हुए हैं।