इसमें एडवांस्ड रडार और सेल्फ डिफेंस की क्षमता, वायुसेना ने 83 प्लेन का ऑर्डर दिया
देश में बने फाइटर जेट तेजस के एडवांस्ड वर्जन मार्क 1A के पहले एयरक्राफ्ट की टेस्ट फ्लाइट कामयाब रही है। इस सीरीज के पहले एयरक्राफ्ट LA5033 ने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) सेंटर में 15 मिनट की फ्लाइट ली।
तेजस का पिछला वर्जन मार्क 1A पहले ही वायुसेना में शामिल हो चुका है। नए वर्जन में AESA (एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे) रडार, एडवांस्ड बियॉन्ड-विजुअल रेंज (BVR) मिसाइल और हमले से खुद को बचाने की क्षमता है।
HAL के पायलट ने तेजस के एडवांस्ड वर्जन को 15 मिनट उड़ाया
बेंगलुरु में HAL के फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट के चीफ टेस्ट पायलट ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) केके वेणुगोपाल ने नए वर्जन की टेस्ट फ्लाइट ली। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने एडवांस्ड वर्जन को डेवलप किया है। HAL इसका निर्माण कर रहा है।
HAL 2024-2028 तक 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करेगा
HAL को 2021 में भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस मार्क-1ए बनाने के लिए 46,898 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट मिला था। कंपनी के पास मार्च 2024-फरवरी 2028 तक 83 एयरक्राफ्ट की डिलीवरी करने का समय है।
MiG सीरीज के विमानों को रिप्लेस करेगा LCA मार्क-1ए एयरक्राफ्ट
भारतीय वायुसेना तेजस के LCA वैरिएंट से अपनी मौजूदा MiG सीरीज के विमानों को बदलने की तैयारी में है। LCA मार्क-1ए विमान MiG-21, MiG-23 और MiG-27 को रिप्लेस करेगा। LCA मार्क-1ए के 65% से ज्यादा उपकरण भारत में बने हैं।
LCA मार्क-1ए को एयरोस्पेस में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक-इन-इंडिया की तरफ बड़ा कदम माना जा रहा है। स्वदेशी तेजस मार्क-1ए को पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है।