केबिन में फंसे चालक की दर्दनाक मौत, दूसरा टैंकर चालक घायल, गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाईवे पर हुआ हादसा
उदयपुर के गोगुंदा-पिंडवाडा हाईवे पर भादवी गुड़ा स्थित बावजी की घाटी पर शुक्रवार को गैस के टैंकर और केमिकल से भरे टैंकर में जोरदार भिंडत हो गई। इसमें गैस टैंकर के चालक की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, दूसरे टैंकर का चालक भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
गैस टैंकर चालक ने आगे रोड किनारे खड़े केमिकल टैंकर को टक्कर मारी। टक्कर इतनी तेज थी कि टक्कर मारने वाले टैंकर का केबिन बुरी तरह पिचक गया। केबिन में चालक का शरीर बुरी तरह फंस गया। जिसे बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।
गोगुंदा थाने के एएसआई विनेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर वे पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। हादसे में सवाई माधोपुर के दामूकला निवासी चालक हरिशंकर पुत्र रामशंकर गुर्जर की मौके पर मौत हो गई। मृतक के शव को गोगुंदा सरकारी हॉस्पिटल मोर्चरी में रखवाया। वहीं, दूसरा केमिकल टैंकर चालक खेरवाड़ा निवासी हरीश चन्द्र बुरी तरह घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल रैफर किया गया है।
रोड किनारे खड़ा था केमिकल से भरा टैंकर, पीछे से मारी टक्कर
जानकारी के अनुसार भादवी गुड़ा के लंबे ढलान में एक एसिड से भरा टैंकर रोड किनारे खड़ा था। तभी पीछे से तेज गति से आए एचपी गैस से भरे टैंकर चालक ने अपना संतुलन खो दिया और केमिकल के टैंकर से जाकर टकरा गया। इसमें गैस टैंकर चालक हरिशंकर पिता रमाशंकर की मौत हो गई।
वहीं केमिकल से भरा टैंकर के टक्कर लगने के बाद आगे जाकर डिवाइडर से टकरा गया। इसमें चालक हरिश्चंद्र से घायल हो गया। हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मौके पर आसपास के ग्रामीणों के साथ राहगीरों की भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पर गोगुंदा थाना का पुलिस जाब्ता, हाईवे पेट्रोलिंग टीम और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। हादसे की सूचना पर एडिशनल एसपी रजत बिश्नोई, गोगुंदा तहसीलदार ओमसिंह लखावत और भू अभिलेख अधिकारी राजेश दमानी मौके पर पहुंचे। हाईवे के डिवाइडर के पास खडे केमिकल के टैंकर को रोड किनारे खड़ा करवाया। वहीं, पुलिस ने टैंकरों के मालिक व परिजनों को हादसे की सूचना दी।
रोड पर ना सूचना बोर्ड, न ही बेरीकेट, एएसपी ने की शिकायत
एडिशनल एसपी रजत बिश्नोई ने बताया कि हाईवे पर लगातार हादसे हो रहे हैं। हाईवे की टोल कंपनी इस और कोई ध्यान नहीं दे रही हैं। लगातार हादसे होने के बावजूद लंबे ढलान में रोड पर सूचक बोर्ड नहीं लगाए गए हैं और न हीं कोई बेरिकेट की व्यवस्था की गई हैं। इसे लेकर बिश्नोई ने एनएचएआई के अधिकारियों को इसकी शिकायत दर्ज करवाई हैं।