किनारे पर कपड़े देखे तो पानी में तीनों के शव नजर आए; परिजन खेत गए थे
घर से 500 मीटर दूर नदी में नहाने गईं 3 मासूम बच्चियों की डूबने से मौत हो गई। इसमें 2 सगी बहनें और 1 बुआ की लड़की शामिल है। उधर से गुजर रहे ग्रामीणों को नदी किनारे कपड़े तो दिखाई दिए, पर बच्चे नहीं दिखे। संदेह होने पर नदी की ओर देखा। तीन शव पानी में तैर रहे थे। मामला उदयपुर के सायरा इलाके का है।
500 मीटर दूर नदी के किनारे पहुंची थी बच्चियां
वार्ड पंच मोतीलाल ने बताया- ओम प्रकाश गरासिया के 3 बेटियां हैं। एक छोटी बेटी अपनी मां के साथ ही खेत पर थी जबकि 2 बेटियां रीना कुमारी (4), छोटी बहन सविता कुमारी (ढाई साल) और बुआ प्यारीबाई की लड़की जलन गरासिया (4) पुत्री कर्माराम गरासिया घर पर साथ में थी। प्यारी बाई का घर 3 किमी दूर है एक बच्ची जलन यहां इनके साथ खेलने आई थी। इस दौरान तीनों घर से 500 मीटर दूर नदी के किनारे पहुंच गई थी। खेलते-खेलते तीनों नदी में उतर गई और डूब गई। इस दौरान शाम को नदी की तरफ से गुजर रहे मंशाराम ने बच्चियों को सबसे पहले देखा था। इसके बाद परिजनों और पुलिस को सूचना दी गई।
जंगली इलाका मोबाइल नेटवर्क भी नहीं आता
मोतीलाल ने बताया- ओमप्रकाश और कर्माराम दोनों ही खेती करते हैं। आसपास पहाड़ी इलाका और जंगल है मोबाइल नेटवर्क भी नहीं आता। इसलिए सूचना देरी से मिल पाती है। यहां पीने और नहाने के लिए लोग कुएं और नदियों पर आश्रित हैं। बच्चियों के परिजन अक्सर पानी लेने और नहाने नदी पर जाया करते हैं। इसलिए बच्चियों को नदी का रास्ता पता था। घटना सायरा मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर आदिवासी क्षेत्र मेर का खेत गांव की है। जो पहाड़ी और छितरी आबादी के में बसा है। ऐसे में नदी के आसपास कोई भी इन बच्चियों को रोकने और बचाने वाला नहीं था।
सायरा थानाधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया- हादसा उदयपुर से 75 किमी दूर सायरा थाना क्षेत्र में रावछ ग्राम पंचायत के मेर का खेत गांव का मंगलवार देर शाम 7 बजे का है। सूचना पर तीनों बच्चियों के शव को बाहर निकलवाया और अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है।