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सोने के दामों में आज 413 रुपए की गिरावट


10 ग्राम गोल्ड 73,174 में बिक रहा, जानें जंगों के दौरान सोने की चाल

दुनिया में अभी दो जगह जंग चल रही है। रुस-यूक्रेन के बीच और इजराइल-फिलिस्तीन के बीच। इन जंगों से बने जियो पॉलिटिकल टेंशन के कारण सोने-चांदी के दाम ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए हैं। वहीं ईरान की ओर से इजराइल पर किए मिसाइल अटैक से टेंशन और ज्यादा बढ़ गई है।

ऐसे में सेफ इन्वेस्टमेंट माने जाने वाले सोने-चांदी के दाम में आज भी बढ़ोतरी की उम्मीद थी, लेकिन फिलहाल यह 442 रुपए गिरकर 72,735 रुपए पर कारोबोर कर रहा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, शुक्रवार को 10 ग्राम सोना 1,351 रुपए महंगा होकर पहली बार 73,174 रुपए का हो गया था।

युद्ध या मंदी जैसी स्थिति में सोने-चांदी की कीमतें क्यों बढ़ जाती हैं?
कोई भी जंग जियोपॉलिटिकल इक्वेशन्स खराब कर सकती है। ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित कर सकती है, महंगाई बढ़ा सकती है और फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में लोगों के भरोसे को कम कर सकती है। ऐसे में कई लोग और यहां तक ​​कि सरकारें भी पोर्टफोलियो में गोल्ड बढ़ाते हैं। डिमांड बढ़ने से दामों में तेजी आती है।

चांदी में भी आज गिरावट है। यह 413 रुपए गिरकर 83,506 रुपए पर कारोबार कर रही है। शुक्रवार को एक किलो चांदी का भाव 1,476 रुपए बढ़कर 83,819 रुपए हो गया था। साल 2024 में अब तक सोने के दाम 9,430 रुपए बढ़ चुके हैं। 1 जनवरी को सोना 63,302 रुपए पर था। वहीं, चांदी भी 73,395 रुपए प्रति किलोग्राम थी।

सोने चांदी को इतना सेफ इन्वेस्टमेंट क्यों माना जाता है?
पेपर करेंसी, सिक्कों या अन्य संपत्तियों के विपरीत, सोने ने सदियों से अपना मूल्य बनाए रखा है। यह इंश्योरेंस की तरह काम करता है। यह आर्थिक संकट में भी अपनी वैल्यू को बनाए रखता है, जिससे निवेशकों की संपत्ति सुरक्षित रहती है।


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