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कोलकाता से 24-परगना तक दफ्तरों में छिपे सैकड़ों BJP वर्कर्स


आरोप- TMC नेता घर जला रहे; जान बची रहे, इसलिए यहां रह रहे

BJP ऑफिस के हॉल में बैठकर पार्टी कार्यकर्ता खाना खा रहे हैं। एक ठेले पर बड़े-बड़े बर्तनों में 150 से ज्यादा लोगों के लिए खाना आया है। कार्यकर्ता यहीं गद्दे बिछाकर परिवार के साथ सोते भी हैं। उनका आरोप है कि चुनाव के नतीजे आने के बाद TMC नेता उनके घर जला रहे हैं। इसलिए वे जान बचाने के लिए परिवार के साथ भागकर यहां आ गए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने 10 जून से कोलकाता BJP ऑफिस में शरण ली हुई है। ये सभी साउथ और नॉर्थ-24 परगना से आए हैं। साउथ-24 परगना से आए गोपाल मंडल बताते हैं, ‘TMC नेताओं ने मुझ पर हमला किया। मेरे घर पर पत्थर फेंके। वो धमकी दे रहे थे कि मेरी जान ले लेंगे।’

बंगाल में चुनाव नतीजे आने के बाद से हो रही हिंसा
पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान कई जिलों में हिंसा हुई थी। नतीजे आने के बाद कोलकाता, नॉर्थ-24 परगना, साउथ-24 परगना, बर्धमान और कूचबिहार में चुनाव शुरू होने से लेकर अब तक हिंसा की 500 से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें 5 लोगों की मौत हुई है और करीब 6 हजार लोग घायल हुए हैं।

BJP कार्यकर्ता बोले- हमारे घर जला दिए, सब कुछ लूट लिया
कोलकाता के बेलियाघाट की रहने वाली रीता रजाक 2015 में BJP से जुड़ी थीं। उनके पति भी पार्टी के लिए काम करते थे। 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा में उनके पति की मौत हो गई थी। रीता बताती हैं, ‘चुनाव वाले दिन पार्टी ने मुझे एजेंट बनाया था। मेरी ड्यूटी नाकाडाला हाई स्कूल पर बूथ नंबर-170 पर लगी थी। इसके बाद से ही मैं और मेरा परिवार TMC नेताओं के टारगेट पर है। पश्चिम बंगाल में BJP से जुड़ा होना आसान नहीं है। यहां की पुलिस और सेंट्रल फोर्स बंगाल की TMC सरकार का कहा मानती है।’

BJP दफ्तर में आग लगाई, पार्टी कार्यकर्ताओं को ढूंढ-ढूंढकर पीटा
साउथ-24 परगना जिले के जयनगर में रहने वाले गोपाल मंडल भी BJP दफ्तर में रह रहे हैं। गोपाल कहते हैं, ‘TMC के लोगों ने BJP दफ्तर में आग लगा दी। अब हमें कोलकाता आकर पार्टी दफ्तर में रहना पड़ रहा है। पता नहीं यहां कितने दिन रहना पड़ेगा। TMC के लोग तो अब तक हमारा घर भी जला चुके होंगे।’

वे आगे कहती हैं, ‘2021 के विधानसभा चुनाव में भी TMC के लोगों ने मेरा सब कुछ लूट लिया था। घर में रखा अनाज, गहने-रुपए और बर्तन सब उठा ले गए थे। मैंने पति को खो दिया, बावजूद इसके मैं BJP के लिए काम कर रही हूं।’

‘इतने अत्याचार और हिंसा के बाद भी मैंने BJP का झंडा नहीं छोड़ा। दिल्ली में बैठी सरकार हमें बचाए। PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मेरा निवेदन है कि वे हमें बचाएं। बंगाल में ऐसी फोर्स भेजें, जो बिकाऊ न हो।’

यहीं हमें कोलकाता के भवानीपुर के रहने वाले रवि साहा मिले। वे बताते हैं, ‘चुनाव जीतने के बाद TMC कार्यकर्ताओं ने मेरी दुकान पर हमला किया। दुकान का सारा सामान लूट लिया और ताला लगाकर चले गए। वार्ड काउंसलर भी TMC का है। वो इलाके में BJP कार्यकर्ताओं को ढूंढ-ढूंढकर पीटता है।’

‘पुलिस TMC की वफादारी कर रही है। BJP का कोई भी कार्यकर्ता पुलिस स्टेशन जाता है, तो उसकी बात नहीं सुनी जाती। पुलिस उल्टा उस पर ही तरह-तरह के इल्जाम लगाती है।’

हमले के डर से नूर इस्लाम मोल्ला बशीरहाट के मिनाखां से भागकर कोलकाता आए हैं। वे बताते हैं, ‘TMC का ब्लॉक सभापति आयूब हसन गाजी और उसके लोग गुंडे हैं। इन लोगों ने मिलकर मेरी 35 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। रिकॉर्ड से मेरी 8 बीघा जमीन काट दी। मैंने पुलिस को इसकी शिकायत की है।’

नूर कहते हैं, ‘मैं मुसलमान होकर BJP के लिए काम क्यों काम करता हूं, ये बोलकर मेरा घर जलाया गया। मेरा एक गैराज था, वो तोड़कर लूट लिया। मैं एक स्कूल चलाता था, उसे भी लूट लिया। घर के पास ही मेरी कपड़ों की दुकान थी, उसे भी जला दिया। 2021 में विधानसभा चुनाव के वक्त भी यही हुआ था।’


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