50 विक्टिम मिलीं, 12 से रेप; सेक्शुअल फेवर लेकर SI और तहसीलदार बनाया
सेक्स स्कैंडल के आरोप में फंसे JD(S) सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने 50 से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था। इनमें 22 साल से 61 साल तक की महिलाएं हैं। 50 में से करीब 12 महिलाओं से जबर्दस्ती संबंध बनाए गए, यानी उनका रेप हुआ। बाकी महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया। प्रज्वल ने किसी को सब-इंस्पेक्टर, किसी को तहसीलदार तो किसी को फूड डिपार्टमेंट में नौकरी दिलवा दी। हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ चल रही SIT जांच में ये खुलासे हो रहे हैं। दैनिक भास्कर ने SIT के एक अधिकारी के अलावा मामले से जुड़े कर्नाटक हाईकोर्ट में एडवोकेट सुनील कुमार से बात की। उनसे पूछा कि जांच में अब तक क्या-क्या सामने आया है और आगे इस केस में क्या हो सकता है।
केस दर्ज कराने वाली महिलाओं को मिल रही धमकी
बेंगलुरु के एक सीनियर जर्नलिस्ट बताते हैं कि जिन तीन महिलाओं ने FIR दर्ज करवाई है, उनमें से दो को धमकी मिली है। एक महिला को सरकारी स्कीम से घर मिला है, उसे कहा जा रहा है कि तुम्हारा घर वापस ले लिया जाएगा। प्रज्वल इस बार हासन सीट से NDA कैंडिडेट है। 26 अप्रैल को हासन में वोटिंग के अगले दिन ही वो देश से भाग गया था। बताया जा रहा है कि वो जर्मनी में है। प्रज्वल को वापस लाने के लिए SIT ने इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन इंटरपोल की मदद ली है।
कुछ महिलाओं ने मर्जी से संबंध बनाए, बदले में नौकरी और पैसा मिला
इस मामले की रिपोर्टिंग के लिए दैनिक भास्कर की टीम 6 मई को हासन पहुंची थी। तीन दिन की पड़ताल में पता चला था कि जिन महिलाओं के वीडियो वायरल हुए हैं, वो घरों से गायब हैं। हम एक पीड़िता के घर पर भी पहुंचे थे।
परिवार ने कहा कि वे पशुपतिनाथ के दर्शन करने नेपाल गई हैं। उन्होंने वीडियो वायरल होने से भी इनकार कर दिया। कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है। वहीं, पड़ोसियों ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद से ही महिला गायब है।
पड़ताल में ये भी पता चला था कि प्रज्वल ने पुलिस, डॉक्टर, JD(S) वर्कर्स से लेकर घर में काम करने वाली मेड तक का यौन उत्पीड़न कर वीडियो बनाए थे।
विक्टिम ने बयान बदला, तो प्रज्वल को सजा नहीं होगी
एडवोकेट सुनील कुमार कहते हैं, ‘प्रज्वल के केस में दो चीजें सबसे अहम हैं। पहला है वायरल वीडियो और दूसरा है पीड़ित महिलाओं के बयान। वीडियो क्रेडिबल एविडेंस हैं। हालांकि, प्रज्वल इतने दिनों से फरार है, तो उसने मोबाइल से शूट किए सभी वीडियो डिलीट कर दिए होंगे।’
वहीं, SIT के एक अधिकारी कहते हैं, ‘प्रज्वल भागा ही इसलिए है, ताकि सबूत मिटा सके। उसने फोन से पूरा डेटा क्लियर कर दिया होगा। उसके परिवार के लोग पीड़ित महिलाओं को डरा-धमका रहे हैं। हिम्मत दिखाकर तीन महिलाओं ने FIR दर्ज करवाई है, बाकी महिलाएं अब भी हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं।’
प्रज्वल विदेश से नहीं आया, तो रेड कॉर्नर नोटिस जारी करा सकती है SIT
ब्लू कॉर्नर नोटिस के बाद SIT प्रज्वल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए उसे CBI से रिक्वेस्ट करनी होगी। CBI इंटरपोल से कहेगी और फिर इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी करेगा।
एडवोकेट सुनील कुमार के मुताबिक, ‘रेड कॉर्नर नोटिस जारी होते ही प्रज्वल जहां भी होगा, वहां उसे लोकल पुलिस अरेस्ट कर सकेगी। अरेस्ट होते ही उसे भारत को सौंप दिया जाएगा। रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के लिए तमाम एविडेंस इंटरपोल को दिखाने होते हैं। उन्हें बताया जाएगा कि ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भी प्रज्वल फरार है। अरेस्ट वारंट भी जारी हो चुका है। इसके बाद रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो सकेगा।’
‘अगर प्रज्वल रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद भी पकड़ में नहीं आता है, तो पुलिस जांच पूरी करने के बाद चार्जशीट फाइल कर सकती है। उसे भगोड़ा घोषित कर सकती है। इसके बाद आम लोग भी उसे पकड़कर पुलिस को सौंप सकते हैं। ऐसे में अपराधी के फोटो और जानकारी शेयर कर दी जाती है। एयरपोर्ट से लेकर मेट्रो स्टेशन तक उससे जुड़ी डिटेल होती है। ऐसे में अपराधी का छिपना मुश्किल हो जाता है।