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जयपुर में जानवरों के लिए कूलर लगाए, आइसक्रीम खिलाई


गर्मी से राहत के लिए हवामहल में AC रूम बनाया, आज ऑरेंज अलर्ट

राजधानी जयपुर इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। इस बीच पिंकसिटी घूमने आए लोग गर्मी से परेशान दिखे। सिर पर कपड़ा बांधकर और छाते के सहारे घूमते दिखे। लोग धूप से बचते हुए फोटो खिंचवाते दिखे। गर्मी से लोगों को राहत देने के लिए हवामहल में टूरिस्ट के लिए एसी रूम बनाया गया है, जिसका तबीयत खराब होने पर इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, जानवर भी गर्मी से परेशान है। इसके लिए नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में जानवरों के लिए कूलर लगाए गए हैं। आइसक्रीम और फल खिलाए जा रहे हैं। जगह-जगह परिंडे बांधे गए हैं। हाथियों को बार-बार नहलाया जा रहा है। बंदर भी टंकी में भरे पानी से नहाते दिखाए दे रहे हैं।

जगह-जगह पानी की बौछारें करवाई जा रही

राजधानी में लोगों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए प्रशासन की ओर से जगह-जगह पानी की बौछारें करवाई जा रही है। कई ट्रैफिक सिग्नल पर ग्रीन शेड लगाया है। इससे लाल बत्ती पर खड़े लोगों को तेज धूप में राहत मिल रही है। ट्रैफिक की व्यवस्था देखने वाले पुलिस के जवानों को भी इस व्यवस्था से काफी राहत मिली है। मौसम केन्द्र जयपुर ने आज भी जयपुर में तेज गर्मी पड़ने की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तापमान भी 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की आशंका जताई है।

एक दिन पहले 45.6 डिग्री रहा तापमान

बता दें कि जयपुर में रविवार को 45.6 डिग्री तापमान के साथ सीजन का दूसरा सबसे गर्म दिन रहा। जयपुर में इस सीजन तीसरी बार पारा 45 डिग्री के पास के पार हुआ है। इससे पहले 19 मई को शहर का अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री दर्ज किया गया था और 22 मई को 45.4 डिग्री दर्ज किया गया।

हवामहल में AC रूम बनाया गया

हवामहल अधीक्षक सरोजनी चंचलानी ने बताया- हवामहल में टूरिस्ट के लिए दो वाटर कूलर लगाए गए हैं। रोज पानी के कैंपर भी रखे गए हैं। फर्स्ट एड की व्यवस्था भी की गई है। पर्यटकों के लिए बैठने के लिए कुर्सियां भी लगाई गई है। एक एसी रूम भी बनाया गया है। पर्यटकों की ज्यादा तबीयत खराब होने पर इस रूम में बैठाया जाता है।

फील्ड में इन व्यवस्थाओं का लेंगे जायजा

जिले में पेयजल व बिजली व्यवस्था। कलेक्टर, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार और फील्ड अधिकारियों की सक्रियता का आंकलन। • हीट वेव और मौसमी बीमारियों की समीक्षा करेंगे। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की सक्रियता जानेंगे। • गौशाला व अन्य पशु पक्षियों के लिए पेयजल, दवाइयों की व्यवस्था। • विभागों के ई-फाइल डिस्पोजल समय, अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता और समय पालन की समीक्षा करेंगे, फीडबैक लेंगे। • अवैध खनन, ड्रग्स व महिला अपराध की स्थिति की समीक्षा कर जमीनी हालात को जानेंगे। • लंबित भू-हस्तान्तरण, भू-रूपांतरण व भू-आवंटन और लंबित औद्योगिक भू आवंटन प्रस्तावों की समीक्षा।


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