मोदी के ओबामा-बाइडेन और डोनाल्ड से व्यक्तिगत संबंध, इससे भारत को मदद मिलती है
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्रम्प की जीत के बाद भारत-अमेरिकी रिश्तों को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रविवार को कहा कि ट्रम्प की जीत दुनिया के कई देश चिंतित हैं, लेकिन भारत ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने से चिंतित नहीं है। जयशंकर मुंबई में आदित्य बिड़ला ग्रुप स्कॉलरशिप प्रोग्राम के सिल्वर जुबली इवेंट में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा- ट्रम्प ने जीत के बाद विश्व के जिन 3 नेताओं से सबसे पहले बात की, मोदी उनमें से एक थे।
जयशंकर ने कहा कि PM मोदी के कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों के साथ मजबूत व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। जब वे पहली बार वाशिंगटन डीसी गए, तब राष्ट्रपति ओबामा थे, फिर डोनाल्ड ट्रंप थे, फिर जो बाइडेन। उनके लिए यह बहुत नेचुरल है। वे वर्ल्ड लीडर्स से मजबूत व्यक्तिगत संबंध बना लेते हैं। इससे भारत को मदद मिलती है। 5 नवंबर को अमेरिका में हुई राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी से उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रिट पार्टी की कैंडिडेट कमला हैरिस को हरा दिया है। ट्रम्प ने 50 राज्यों की 538 में से 312 सीटें जीती हैं। वे 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं।
PM मोदी ने ट्रम्प को जीत की बधाई दी
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत पर PM नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई। ट्रम्प ने कहा कि वे भारत को सच्चा दोस्त मानते हैं। उन्होंने दुनिया में शांति के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने की बात कही। बुधवार को आए नतीजों में ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद के लिए जरूरी 270 इलेक्टोरल वोट के मुकाबले 295 वोट हासिल कर लिए हैं। एरिजोना और नेवाडा में काउंटिंग अभी जारी है। दोनों राज्यों में कुल 17 इलेक्टोरल वोट्स हैं। यहां भी ट्रम्प लीड कर रहे हैं। इलेक्टोरल कॉलेज ही राष्ट्रपति का चुनाव करता है।