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90 दिनों में JKC को मिलेगी जेट एयरवेज की ओनरशिप


NCLAT ने लॉ ट्रिब्यूनल का आदेश बरकरार रखा, JKC को एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट लेना होगा

नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल यानी NCLAT ने जेट एयरवेज को जालान​​​-​कालरॉक कंसोर्टियम (JKC) को सौंपने के फैसले को बरकरार रखा है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी NCLT ने पिछले साल जनवरी में ओनरशिप ट्रांसफर की मंजूरी दी थी।

फरवरी 2023 में NCLT के ओनरशिप ट्रांसफर के आदेश के खिलाफ जेट एयरवेज के लेंडर्स (कर्ज देने वाले बैंक) NCLAT पहुंचे थे। जून 2021 में JKC कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज की बोली जीती थी। इसके बाद से जेट के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है।

जेट एयरवेज एक समय भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस में से एक थी और एयरलाइन को साउथ एशियन नेशन की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन का दर्जा हासिल था। फिर, कर्ज में दबे होने के कारण जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड हो गई।

90 दिनों में ओनरशिप ट्रांसफर करना होगा

  • अपीलेट ट्रिब्यूनल ने मॉनेटरिंग कमेटी को 90 दिनों में ओनरशिप ट्रांसफर करने का निर्देश दिया है। वहीं जालान​​​-​कालरॉक कंसोर्टियम को इन 90 दिनों के दौरान एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट लेना होगा। अपीलेट ट्रिब्यूनल ने इसके भी निर्देश दिए हैं।
  • अपीलेट ट्रिब्यूनल ने 350 करोड़ रुपए की पहली किश्त के भुगतान के लिए मॉनेटरिंग कमेटी के पास रखी गई 150 करोड़ रुपए की परफॉर्मेंस बैंक गारंटी से एडजस्टमेंट की भी अनुमति दी है। 200 करोड़ रुपए का भुगतान पहले ही किया जा चुका है।
  • JKC ने पिछले साल सितंबर तक दो किस्तों में ये 200 करोड़ रुपए जमा किए थे। हालांकि, लेंडर्स ने तर्क दिया था कि JKC ने एयरपोर्ट के बकाया के भुगतान से लेकर पहली किश्त के भुगतान तक समाधान योजना की शर्तों का पालन नहीं किया है।

17 अप्रैल 2019 को एयरलाइन ऑपरेशन बंद हो गए थे
बढ़ती वित्तीय परेशानियों के बीच जेट एयरवेज को 17 अप्रैल 2019 को बंद कर दिया गया था। भारतीय स्टेट बैंक ने इस एयरलाइन को सबसे ज्यादा कर्ज दिया था, इसलिए बैंक ने NCLT मुंबई के समक्ष कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू की थी।

जेट को बाद में समाधान प्रक्रिया में शामिल किया गया। जून 2021 में NCLT के बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान​​​-​कालरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज की बोली जीत ली। इसके बाद से ही JKC और लेंडर्स के बीच ओनरशिप ट्रांसफर को लेकर विवाद चल रहा था।

JKC ने दावा किया था कि लेंडर्स एयरलाइन के ट्रांसफर की प्रोसेस शुरू नहीं कर रहे हैं। वहीं लेंडर्स का तर्क था कि JKC ने अभी तक कोई फंड इंफ्यूज नहीं किया है।

मुरारी लाल जालान और कालरॉक कैपिटल की जॉइंट कंपनी
JKC मुरारी लाल जालान और कालरॉक कैपिटल की जॉइंट कंपनी है। जालान एक दुबई बेस्ड बिजनेसमैन हैं। वहीं कालरॉक कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड फाइनेंशियल एडवाइजरी और ऑल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली लंदन बेस्ड ग्लोबल फर्म है।

नरेश गोयल ने की थी जेट एयरवेज की शुरुआत
1990 के दशक की शुरुआत में टिकटिंग एजेंट से एंटरप्रेन्योर बने नरेश गोयल ने जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड की शुरुआत कर लोगों को एअर इंडिया का ऑल्टरनेटिव दिया था। एक वक्त जेट के पास कुल 120 प्लेन थे और वो लीडिंग एयरलाइन में से एक हुआ करती थी।

‘दि जॉय ऑफ फ्लाइंग’ टैग लाइन वाली कंपनी जब पीक पर थी तो हर रोज 650 फ्लाइट्स का ऑपरेशन करती थी। जब कंपनी बंद हुई तो उसके पास केवल 16 प्लेन रह गए थे। मार्च 2019 तक कंपनी का घाटा 5,535.75 करोड़ रुपए का हो चुका था।


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