कांग्रेस सरकार में राजस्व मंत्री का संरक्षण प्राप्त था झाला को, आईटीसी रिसोर्ट ने 7 लाख स्क्वायर फिट जमीन पर कब्जा किया
उदयपुर | करोड़ों की जमीन को लेकर भाजपा नेता लक्ष्मणसिंह झाला और मार्बल व्यवसायी कपिल सुराणा के बीच चल रहे तनाव के बीच में कपिल सुराणा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में राजस्व मंत्री और जिला प्रभारी मंत्री ने उन्हें सर्किट हाउस में लक्ष्मणसिंह झाला का पक्ष लिया था। साथ ही दावा किया है कि आईटीसी रिसोर्ट ने करीब 7 लाख स्क्वायर फीट पर कब्जा कर रिसोर्ट का निर्माण किया है। साथ ही बताया कि इस रिसोर्ट ने अपनी खुबसूरती के लिए एक एनिकट को डेढ़ मीटर उंचा कर दिया, जिससे घासा का तालाब सूख गया और किसानों के पानी का हक मार दिया। सुराणा ने आरोप लगाया कि जो लक्ष्मण सिंह झाला अपने आप को गरीबों और राजपूतों का मसीहा बता रहा है उसने खुद ने एक राजपूत समाज के व्यक्ति को पिस्टल की नोक पर धमकाकर उसकी जमीन की रजिस्ट्री रिसोर्ट मालिक विजेन्द्र चौधरी के नाम पर करवाई थी।
पत्रकार वार्ता में कहा कि आईटीसी रिसोर्ट ने करीब 7 लाख स्क्वायर फीट जमीन पर कब्जा किया है, जिसमें उसकी जमीन पर भी जबरन कब्जा कर रिसेप्शन और पार्किंग बनाई है। सुराणा ने बताया कि 2014 में लक्ष्मणसिंह झाला इस रिसोर्ट मालिक विजेन्द्र चौधरी को लेकर उसके पास आया था और जमीन खरीदने के लिए आया था तो उसने बेचने से मना कर दिया। बाद में लक्ष्मण सिंह झाला और विजेन्द्र चौधरी ने आदिवासी और गरीब लोगों को डरा- धमकाकर जमीनें खरीदी। रिसोर्ट 17 लाख स्क्वायर फीट में बना है, जिसमें 7 लाख स्क्वायर फीट पर कब्जा किया गया है। सुराणा ने बताया कि इस रिसोर्ट पर जाने के लिए रास्ता तक नहीं है तो इन्होंने नाले को संकरा कर दो किमी भराव डालकर सड़क बना दी। साथ ही बताया कि यहां से निकल रहे एक नाले पर बने एनिकट को बिना किसी सरकारी परमिशन के डेढ़ मीटर उंचाकर दिया, जिससे घासा गांव का तालाब सूख गया और किसानों के हक के पानी पर कब्जा कर दिया। यहां तक की आस-पास के कुएं भी सूख गए है। मावली के पूर्व विधायक धर्मनारायण जोशी ने प्रशासन को पत्र भी लिखा था। सुराणा ने बताया कि उसने
अपनी हक की जमीन के लिए स्थानीय कोर्ट गया, यहां से जीतने के बाद वह हाईकोर्ट गया और वहां भी जीता। हाईकोर्ट के निर्देश पर जिला प्रशासन ने उसे मौके पर उसकी जमीन का डिमार्केशन करवाया गया।
कटारिया मेरे जनप्रतिनिधि, उनसे मिला था
इधर मामले में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का नाम आने पर कपिल सुराणा ने कहा कि कटारिया मेरे जनप्रतिनिधि थे और मैं उनके पास समस्या लेकर गया था। सुराणा ने कहा कि कभी भी कटारिया ने जिला प्रशासन को मेरी मदद के लिए नहीं लिखा। कटारिया ने सिर्फ ये लिखा कि प्रकृति से खिलवाड़ हो रहा है उसे रोका जाए।
जबरन जातिय संघर्ष का रूप दिया जा रहा
कपिल सुराणा ने कहा कि लक्ष्मण सिंह झाला की पी हंस कुँवर इस मामले को जातिय संघर्ष का रूप दिया जा रहा है, जबकि यह लड़ाई गांव के लोगों को लेकर है, जिनके हक पर लक्ष्मणसिंह झाला और रिसोर्ट संचालक ने कब्जा किया हुआ है। सुराणा का आरोप है कि लक्ष्मणसिंह ने राजपूत समाज के लोगों की जमीनों पर भी कब्जा किया है तो वह गरीबों को कब छोड़ेगा।
झाला को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
उदयपुर। शहर की सुखेर पुलिस ने रिमांड अवधि पूरी होने के बाद मार्बल व्यवसायी पर हमले के मुख्य आरोपी लक्ष्मणसिंह झाला को गुरूवार को कोर्ट में पेश किया। यहां पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने झाला को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बता दें कि सुखेर पुलिस ने झाला को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड मांगी, पर एक ही दिन की मिल पाई। झाला को कपिल सुराणा पर हमले का मास्टरमाइंड मानकर पुलिस ने पकड़ा था।