कहा-मैं प्रदेशाध्यक्ष के आदेश पर विधायक के नाते मीटिंग में गया; सरकारी गाड़ी में बैठे,फिर उतर गए
भजनलाल कैबिनेट से इस्तीफा देने के करीब 3 महीने बाद किरोड़ी लाल मीणा कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए। बैठक में शामिल होने के बाद वे सरकारी कार से सीएमओ से रवाना हुए, लेकिन थोड़ी दूरी पर जाकर उससे उतरकर प्राइवेट कार में बैठ गए।
मुझे प्रदेशाध्यक्ष जी ने कहा था कि आप कैबिनेट की मीटिंग में जाएं, मैं मदन राठौड़ के कहने पर गया था। वैसे मैं पहले हुई कैबिनेट की बैठक में नहीं गया, क्योंकि मैंने इस्तीफा दे रखा है। संगठन के मुखिया का आदेश था। दूसरा कारण यह था कि कैबिनेट की बैठक में सब इंस्पेक्टर (SI) का पेपर रद्द होने का प्रकरण रखा गया था। इसलिए भी मैं गया था। मैंने अपनी बात वहां रखी। मैंने कहा कि जो भ्रष्टाचार पिछली सरकार में हुआ है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। एसआई भर्ती का पेपर रद्द होना चाहिए।
नहीं, मैंने सरकारी गाड़ी नहीं ली है। मैं सरकारी गाड़ी से गया भी नहीं था। मैं मेरी ही गाड़ी से गया था। सचिवालय के बाहर के दरवाजे पर मेरी गाड़ी रुक गई थी। कैबिनेट बैठक के बाद सरकारी गाड़ी मुझे मेरी प्राइवेट गाड़ी तक छोड़ने आई थी। पिछली सरकार में जो भ्रष्टाचार हुए, उन पर सख्ती से लगाम लगे। वहीं एसआई भर्ती का पेपर लीक हुआ था, उसके सबूत हैं कि पेपर आने से पहले ही लीक हो गया था। ऐसे में एसआई भर्ती को रद्द किया जाना चाहिए। देखिए, मेरी अटूट श्रद्धा बजरंग बली महाराज में हैं। पूरे सनातनी और हिंदू धर्म में हम भगवान को पूजते हैं। हनुमान चालीसा का पठन था, वो भी इस इलाके में जहां विधर्मियों का आतंक है, अपने आप में बड़ा महत्व रखता है।किरोड़ीलाल मीणा ने करीब तीन माह पहले भजनलाल कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। 4 जुलाई को जयपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस बात की जानकारी मीडिया को दी थी।