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सिंगर शान के साथ झूमे उदयपुरवासी


‘ओम शांति ओम’ से की शुरुआत, वर्ल्ड म्यूजिक फेस्टिवल का समापन

झीलों की नगरी उदयपुर में रविवार की रात बॉलीवुड के फेमस सिंगर शान के नाम रही। शान की सुरीली आवाज और मनमोहक गीतों ने उदयपुर वालों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उदयपुर के युवाओं को शान ने बांधे रखा और अपने साथ झूमने को मजबूर कर दिया। मौका था उदयपुर में चल रहे वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल के समापन समारोह का। उदयपुर के गांधी ग्राउंड में इस फेस्टिवल के आखिरी दिन शान आए तो उनको सुनने के लिए हजारों की संख्या में उदयपुर और आसपास के युवाओं की कतारें लगी थी। शान के शो की भीड़ को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षा भी बढ़ाई।

शान ने कई सुपरहिट गानों को सुनाकर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। ग्राउंड के अंदर झूम रहे युवाओं ने अपने मोबाइल को निकाल कर उसकी फ्लैश लाइट जला कर शान के गानों पर साथ दे रहे थे। शान की एक झलक पाने के लिए कई लोग बाहर खड़े थे। कई लोगों ने शान की प्रस्तुतियों को अपने मोबाइल में कैद किया।

शान जैसे ही मंच पर आए तो सबसे पहले उदयपुर वालों के साथ मंच से बातों ही बातों में अपने मशहूर गाने गाना शुरू किए तो माहौल रंगीन हो गया। एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति देने वाले शान ने सबसे पहले ओम शांति ओम गीत से शुरुआत की तो उदयपुर वाले भी शान का साथ देते हुए झुमते रहे। शान ने शाम गजब की हंगामाखेज है गाना गाया तो युवक-युवतियां भी थिरकने लगे। कई बच्चे भी शान के साथ डांस कर रहे थे।

इससे पहले अलग-अलग देशों के कलाकारों ने अपने गीतों से सबको अपने साथ गाना गाने को मजबूर किया और झुमते गए। शाम को गांधी ग्राउंड हाई एनर्जी प्रस्तुतियों के साथ जीवंत हो उठा। सारंगी ऑर्केस्ट्रा ने राजस्थान की लोक परंपराओं की गहरी, गूंजती हुई ध्वनियों से रसविभोर कर दिया। फरीदकोट की अपने पंजाबी लोक-रॉक के साथ मौजूद श्रोताओं ने खूब तालियों को हर बोल के साथ ताल से ताल मिलाने पर मजदूर कर दिया। कनाडा के केएआईए गल्र्स ग्रुप ने वहां के मूल और लोकप्रिय हिट का संगम प्रस्तुत किया।

सहर के संस्थापक-निदेशक संजीव भार्गव ने कहा कि, वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2025 विशेष है, क्योंकि यह कई अलग-अलग संगीत परंपराओं को एक मंच पर लाता है। हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान जिंक में हम कला और संस्कृति को एकीकृत करने की शक्ति में विश्वास करते हैं और इसका उत्सव मनाते हैं। हमें इस तीन दिवसीय महोत्सव का सहयोग करने पर गर्व है, जो कला और परंपराओं दोनों से संगीत प्रेमियों को साथ लाता है।

तीन दिनों तक विश्व के 15 देशों की 100 से अधिक जानी मानी हस्तियों के सुर संगम की विविध प्रस्तुतियों के साथ वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2025 का समापन हुआ जिसमें भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय संगीत की झलक देखने को मिली। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, पर्यटन विभाग के सहयोग और सहर द्वारा परिकल्पित महोत्सव के अंतिम दिन की शुरुआत मांजी का घाट पर सुकृति सेन के भावपूर्ण शास्त्रीय रागों से हुई।

इसके बाद स्पेन के लुइस डे ला कैरासका और मैनुअल गोमेज ने फ्लेमेंको की लय से माहौल को सुरों से सराबोर दिया। दोपहर में, फतहसागर की पाल पर काव्यराग कलेक्टिव ने मीरा, कबीर, फैज और हरिवंश राय बच्चन से प्रेरणा लेते हुए कविता और संगीत का संयोजन प्रस्तुत किया। अर्जेंटीना के लॉस कैलचकिस ने इंडियन लोक ध्वनियों को पेश किया, जबकि पश्चिमी घाट ने इंडी-लोक को पॉप, रॉक और इलेक्ट्रॉनिक संगीत के साथ फ्यूजन प्रस्तुत किया।

सहर के संस्थापक-निदेशक संजीव भार्गव ने कहा कि, वेदांता उदयपुर वल्र्ड म्यूजिक फेस्टिवल 2025 विशेष है, क्योंकि यह कई अलग-अलग संगीत परंपराओं को एक मंच पर लाता है। हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि हिंदुस्तान जिंक में हम कला और संस्कृति को एकीकृत करने की शक्ति में विश्वास करते हैं और इसका उत्सव मनाते हैं। हमें इस तीन दिवसीय महोत्सव का सहयोग करने पर गर्व है, जो कला और परंपराओं दोनों से संगीत प्रेमियों को साथ लाता है।


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