उदयपुर 21 दिसंबर 2024 । राजस्थान के माननीय राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से उदयपुर सर्किट हाउस में शाम को यशवर्धन राणावत ने मुलाकात की। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग एवं पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत भी उपस्थित थे। इस बैठक में उदयपुर के सांस्कृतिक विकास और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए दो महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई।
पहला विषय वेस्ट ज़ोन कल्चरल सेंटर (WZCC) और बागोर की हवेली से संबंधित था, जिनके संरक्षक स्वयं राज्यपाल महोदय हैं। यशवर्धन राणावत ने इनसे जुड़े मुद्दों को प्रस्तुत किए गए लेख, पत्र और प्रेजेंटेशन के माध्यम से साझा किया। राज्यपाल महोदय ने विषयों को गंभीरता और रुचि के साथ सुना और सकारात्मक दृष्टिकोण से स्वीकार किया ।
दूसरा महत्वपूर्ण विषय जगदीश चौक में प्रस्तावित ‘टेम्पल ट्रेल’ की योजना पर केंद्रित था। यह पहल उदयपुर में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की जा रही है। देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने भी इस पहल में गहरी रुचि दिखाते हुए इसे पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताया। इस प्रस्ताव की प्रतिलिपि देवस्थान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों व देवस्थान कमिश्नर वासुदेव मालावत को भी सौंपी गई।
यशवर्धन राणावत ने बताया कि माननीय राज्यपाल और देवस्थान मंत्री ने इन योजनाओं को सकारात्मक रूप से स्वीकार किया और भविष्य में गहराई से चर्चा के लिए आमंत्रित किया। यह उनकी प्रतिबद्धता और सहयोग की भावना को दर्शाता है। इस अवसर पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष बालू सिंह कानावत और शहर कार्यकारिणी अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह करेलिया ने इन पहलों में समाज के सकारात्मक समर्थन की बात कही। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में भी शहर और हेरिटेज संरक्षण के लिए नवाचार वाली पहलें जारी रहेंगी।
होटल एसोसिएशन अध्यक्ष सुदर्शन देव सिंह कारोही ने इन प्रयासों को समय की जरूरत बताते हुए सराहा। होटल एसोसिएशन उपाध्यक्ष और मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संगठन सचिव यशवर्धन राणावत ने इस पहल में साथ देने वाले सभी साथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर उदयपुर की समृद्ध विरासत और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। हमारा उद्देश्य ऐसा इतिहास रचना है, जिस पर आने वाली पीढ़ियां गर्व कर सकें।” यह बैठक होटल एसोसिएशन उदयपुर और मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान की ओर से उदयपुर के समग्र हित में की गई थी। यह पहल शहर के सांस्कृतिक और पर्यटन विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से की गई है।