बॉडी बांदा से गाजीपुर पहुंचने में लगेंगे 7-8 घंटे, शाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार रात को मौत हो गई। उसे उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। 9 डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
आज 3 डॉक्टरों के पैनल सहित 5 लोगों की टीम मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम कर रही है। उसका शव परिजन को सौंपा जाएगा। इसके बाद सड़क के रास्ते मुख्तार को पुश्तैनी घर गाजीपुर लाया जाएगा। यहां काली बाग कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। यहां तैयारियां शुरू हो गई हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- मुख्तार को बचाने की पूरी कोशिश की गई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि मुख्तार की मौत पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे बेबुनियाद हैं। मुख्तार को बचाने की पूरी कोशिश की गई।
उधर, पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मऊ और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। DGP मुख्यालय ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।